Soniya Shrivastava  
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Joined 31 August 2018


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21 APR AT 14:25

"उदासी" 'अव्यक्त प्रेम' की एक विशेष भाषा है
जो न कही जाए,न सही जाए एक ऐसी अभिलाषा है
✍️✍️

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20 APR AT 20:26

गुजरते हुए वक्त से भाव कभी मरते नहीं...❤️❤️
उभरते हैं वक्त बेवक्त अपनों को खोने के घाव कभी भरते नहीं 💔💔
मिस यू पापा😔😔💕💕❣️❣️

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2 APR AT 17:44

नियत जिसकी साफ होती है
उसकी अलग ही बात होती है
***
हांँ आ सकती है जीवन में कई मुश्किलें
पर गलतियांँ भी उसकी माफ होती हैं
***
सुकून से जीता है वह उस पल भी,
जब जीवन में कभी संकटों की रात होती है
***
किसी का मन दुखाने का गुनाह करता नहीं वह,
इसलिए ईश्वर की शुभकामनाएंँ सदैव उसके साथ होती है❤️❤️
सोनिया श्रीवास्तव ✍️✍️

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1 APR AT 17:43

जीवन में तकलीफ है तो भी,
जियो जिंदगी अपनी शर्तों पर, यह हताशा कैसी...
होगा एक दिन सब अच्छा,
रखो अपने ईष्ट पर विश्वास ये निराशा कैसी...|
❤️🙏🏻जय भोलेनाथ 🙏🏻❤️

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30 MAR AT 21:58

जीवन को काटने में
और
जीवन को जीने में
उतना ही फर्क है,
जितना मधुबन की तस्वीरें देखने में
और
मधुबन में रहने के
💞आनन्द 💞में है
❤️❤️

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25 MAR AT 12:33

रूठों को मना लो,हो सके तो गले लगा लो,
अपनों के साथ बिताओ हर पल हंसी-खुशी से,❤️
***
क्योंकि न जाने किस ओर मुड़ जाए जिंदगी ये अचानक से,
❤️अनेक रंग होते हैं जिंदगी के❤️ |
***
मुस्कुराते रहें,स्वस्थ रहें होली की अनंत शुभकामनाएंँ सभी प्रियजनों को,
यह रंगों का उत्सव सभी के हृदय को भर दे आनंद और खुशी से,❤️
***
गुनगुनाते रहें,खुशियों के गीत गाते रहें,
लहके,महके चहके सभी का जीवन प्रसन्नता के रंग-बिरंगे रंगों से |

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22 MAR AT 0:13

जहर की शीशी में दवा ढूंढ़ रहे हो,
कितने नादान हो‌ ऐ दिल ❤️💔
तुम धोखे के दौर में वफ़ा ढूंढ रहे हो|

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21 MAR AT 22:47

💞मर्यादा पुरुषोत्तम श्री राम और माता सीता💞

सोनिया श्रीवास्तव की कलम ✍️से
कृपया कैप्शन में पढ़े
और अपने विचार बताएंँ

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17 MAR AT 20:34

जब मिले तुम पहली बार मैंने देखा खुद को बदलते हुए ...
प्यार में तुम्हारे मचलते हुए दिल को धड़कते हुए...
शांत कोमल हृदय में तुम्हारी एक झलक के लिए तूफानों के वेग चलते हुए...
हर जगह जीतने वाली मैं,तुम्हारी एक मुस्कान पर हराते हुए...
हाथों में लेकर हाथ सालों साल एक दूजे का सहारा बनते हुए...
ख्वाबों में मिलने वाले राजकुमार मैंने तुम्हें देखा किसी गैर का होते हुए...
टूटे बिखरे सपनों को समेटते समेटते एक सीधी साधी भोली भाली लड़की से सशक्त महिला में बदलते हुए...
ख्वाबों में मिलना तुम सदा मिलेंगे हम अगले जन्म में किया था हमने वादा एक दूसरे से बिछड़ते हुए...
तुम खुश हो कहीं यही काफी है तो क्या हुआ जो मेरे ना हुए...
मैंने वक्त के साथ-साथ बहुत कुछ देखा खुद में बदलते हुए😒💞

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13 MAR AT 8:48

दर तुम्हारा,
जीवन
है हमारा
जय भोलेनाथ🙏🏻❤️

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