जीते चलो जैसे भी चल रही है जिंदगी,
क्योंकि हम जैसे लोगों को मौत नही आती।-
१७(२०१०)नवंबर ब्याही गई।
१०(२०१३)को बनी माँ।।
बस फिर मैं अपना दर्जा प... read more
हिंदी दिवस फिर से आया
हिंदुस्तान के आंगन में
हर घर हिंदी भाषी हैं पर
बोलने में अपमान है।
अंग्रेजी का परचम
पूरे विश्व में लहरा रहा
हिंदी की लहर को हर कोई
गंवार, पिछड़ा बतला रहा।
समझो जानो और पहचानो
अपनी तुम पहचान को
हिंदुस्तान के हिंदी भाषी
पहचानो अपनी जुबान को।
शुभकामनाएं-
पता नही इस किरदार पर
कितने दाग लगने बाकी हैं।
कभी कोई समझ ही नही पाता है हमें।।
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जिंदगी के अनुभवों से
मैंने ये जाना है।
कवी सबसे होता सयाना है।
बैठता है घर में पंखे के नीचे
कविताओं में उसकी भरा होता खजाना है।
विश्व कविता दिवस
की शुभकामनाएं-
रिमझिम सी मुस्कुराहट उसकी
झंकार सी वो हंसी।
मैं तो सोच में पड़ गया यारों
कहते हैं हंसी तो फसी।।
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अक्टूबर
October
दिल छू लेने वाली फिल्म।
क्या था इस फ़िल्म में?एक हस्ती-खेलती लड़की,एक हादसे में!कैसा हादसा?
नासमझी थी क्या?
लेकिन वो तो बस बैठ रही थी और उसका हाँथ फिसल गया।
गलती किसकी थी?नियति की?उस नादान लड़की की?समय की?
उसने तो अपने दोस्तों के जैसे पी भी नही रखी थी,पर ईश्वर को उसका गिरना ही मंजूर था।
लड़ते दिखाया उसे,उसकी हालत से।लेकिन लड़का?
उसका क्या?आखिरी बार उसने गिरने से पहले उसका नाम लिया,उसके बारे में पूछा।क्यों पूछा?
कितना प्रभावित कर गया उस लड़के को।जैसे मुझे प्रभवित कर गई ये कहानी ये सब लिखने को।मार्मिक और दिल को दुःखी कर गई।
अगर आपका दिल कमजोर है और आप बहुत जल्दी उदास हो जाते हैं तो न देखें।
शिउली मैं भी जुड़ गई हूँ तुमसे और अक्टूबर से।-
उफ्फ़ ये तीज का त्यौहार,
जब जब आता है।
मन खुश बहुत होता है।
दिल भी भर आता है।।
माँ के साथ हाथ बटाना,
बहुत ही याद आया है।
ऐसा कर दो,वैसा कर दो
अब कोई नही बतलाता है।
जो भी करना खुद से करना
नही मन को भाता है
पर सौभाग्य और खुशी से ही
ये व्रत किया जाता है।
#हरतालिकातीज की शुभकामनाएं
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Son day (Sunday) is Father's day...
"Every Sunday is Father's day only"
( All Father's get only sunday for them)
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प्यार का पहला इज़हार
वो थोड़ा डरा सहमा सा था
उसने कुछ कहा नहीं
बस एक लिफाफा डेस्क पर रख दिया।
मैंने उसे देखा, उसने कहा तुम्हारे लिए
हैप्पी बिलेटेड बर्थडे
थैंक यू but its very much belated.. today is 24th Aug.
Hmm.. पता है,तब हिम्मत नही हुई।
क्या? बर्थडे विश करने के लिए हिम्मत किसे चाहिए होती है?
मुझे।
वो चला गया,मैं भी लिफ़ाफ़ा लेकर क्लास से बाहर आ गई,प्रतिभा ने पूछा,ये क्या है? बर्थडे कार्ड।किसका बर्थडे है? अरे मुझे दिया मनहर ने।तुझे आज क्यों? पता नही।
दिखा ज़रा।ले
ओये सुन,तूने देखा क्या लिखा है इसमें?
नहीं, क्यों?
मनहर loves you..
What rubbish... तू देख ले।।
उस दिन के बाद कभी उस लड़के से बात ही नही की। 8th 9th में प्यार वयार से दूर थे,समझ नही आया और क्लास टीचर को कार्ड दिखाकर उसको बहुत पिटवाया।
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