हर दिन तो आम है
फिर क्यूँ
इन्हे खास बनाया जा रहा है
कुछ खास बात है क्या
जो हर बार हर लफ्ज़ मुझसे छुपाया जा रहा है।।-
but I have promises to keep
and miles to go before I sl... read more
काश मजबूरियाँ थोडी कम हो जाती,
चह्क्ने की ख्वाहिश भी अधूरी न रह पाती ,
हर खुशी पर हक हो हमारा इतना तो कभी चाहा ही नही
बस थोडी खुशियाँ हमारे हिस्से भी आती तो गमो की पर छाई हमे छू भी नही पाती ।।
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पीछे छूट कर क्यों याद आ रहे हो
अब भी बता दो ना क्यों भगा रहे हो
पहले बता देते तो छोड़ देते शायद
जब जिन्दगी बन गए हो तो
क्यों अब इतना सता रहे हो।।-
सुबह मुझे उठा देना
मेरी हर बात को झूठला देना
बन सकूं तुम्हारी संगीनी
ऐसा किस्सा मेरी भुल बता देना
हो अगर याद एक अधूरी ख्वाईश
तो उसे झूठा समझ मेरी भुल बता देना
एक रोज मुझे उठा देना
मेरा किस्सा मेरी कहानी तुम बता देना
कभी याद आए उन ख्यालो की
तो झूठा संजोग बता खुद को समझा लेना
एक रोज मुझे तुम बतला देना।।।-
पहले आदत .......फिर जरूरत........ओर फिर जिन्दगी।
मत बनाओ किसी को।।।
मिलता सिर्फ दर्द है।।-
हर वक्त हर श्याम चाहत के नाम हो जरूरी तो नही
कुछ पल जिन्दगी के खुद को भी दिया करो.......-
हकीकत के आशियाने अक्सर कमज़ोर पड़ जाते है
झूठी तस्स्लियो के आगे।।।।-
कभी कभी खुद मे झाँक लेना चाहिये,
तसल्ली के लिए....
के आपने किसी को पाने मे, खुद को तो नही खोया।।-