Sonali Singh   (S....O....N....A)
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Joined 17 February 2019


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26 JAN 2022 AT 0:50

I love you❤️

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24 JAN 2022 AT 20:56

वही दिन हैं और वही रात
नहीं बदला है कुछ, तो वो है अँसुपात
दिल है वही,बदला सिर्फ जज्बात
खैर जाने दे!
फर्क ही क्या पड़ेगा तुझे
गर हो भी जाये तनुपात..........

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24 JAN 2022 AT 18:22

अक्सर मेरे दिल में ये ख्याल आता है,
मेरी कब्र पर फूल चढ़ाने वालों के दिल में,
मेरा लिए प्यार होगा या मुझे खोने का दर्द.......।।

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24 JAN 2022 AT 17:54

तुम्हे अहसास भी न होगा,
तुझसे इतनी दूर जाएंगे
खुद को तो खो ही दिया,
अब भला तुझको क्यों ही पाएंगे।।

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24 JAN 2022 AT 17:45

जिंदगी से बेहतर ,जब मौत लगे
खुद ही जब तुझको ,तू अद्योत लगे
मन के भाव जब तुझको,
नकारात्मकता का श्रोत लगे,
ख्वाइशों के आसमान भी,
जब बादलों से परिप्रोत लगे......
तब तू करना याद ,अपने माँ की वो मीठी मुस्कान
पिता के दिल का है तू टुकड़ा,
जो करता है तुझपर अभिमान
फिर तू खुद को ही पायेगा...
अप्रतिमान ......अप्रतिमान............।।

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21 DEC 2021 AT 10:04

मन के सागर में डुबकी तो लगा
मोती गर न मिले तो न ही सही
मन की गहराइयो में गोते लगा,
और अपने मन को शांत कर ,
अपने ही विचारों पर अंकुश लगा,
जरूरत है तुझे मन के चंचलता को शांत करने की,
मोती न मिले न ही सही,एक मुठ्ठी रेत से ही मन को बहला।

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10 NOV 2021 AT 21:08

अकेले ही लड़नी होती है जिंदगी की लड़ाई
कोई शख्स जिंदगी भर साथ नही देता
वादें भी होते है और दावे भी होते है
पर उन वादों को पूरा करने वाला हाथ नही होता
खुद का सहारा खुद ही बन जाना,
बेहतर है इस जमाने में
साथ कोई नही देता ,बस दिखावे को लोग अपने है इस जमाने में।।

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10 NOV 2021 AT 21:03

किसने दिल पर दस्तक दी,
कौन है? जो खड़ा है इस बन्द दरवाजे के उस पार
कोई कह दो उस नासमझ को ....
कुछ नही मिलेगा दस्तक देकर....
क्योंकि दिल के दरवाजे ,इमारतों जैसे नही होते
ये तो किसी एक के लिए खुलते है
और फिर वो शख्स रहे या न रहे....
बाकियो को इसके अंदर जाने की अनुमति नही होती

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10 NOV 2021 AT 16:11

अँधेरे रास्तो पर भी रौशनी की उम्मीद बस बनता रहे
कुछ ऐसा हो ताकि मन का सूरज हमेशा चमकता रहे,
सिसकिया भरी रातों में भी,ये दिल ख्वाईशो का सफर बुनता रहे....मन का सूरज हमेशा चमकता रहे....
कभी कुछ हो न जाये ऐसा कि आत्मग्लानि से खुद ही घिरना पड़े....मन का सूरज हमेशा चमकता रहे ,खुशियो से भरा सबका दिल धड़कता रहे।।

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9 NOV 2021 AT 17:53

समुन्दर के सफर पर कुछ यु चले है हम
पीछे सब छूट सा गया और आगे निकल गए हम
कुछ अपने छूट गए ,कुछ सपने टूट गए
अब इस नए सफर में सच्चाई से रूबरू होकर हकीकत को जीना है, क्या खोया और क्या पाया ये भूलकर.....
अब बस खुद से ही दिल को लगाना है।।

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