क्या लिखुं उनके बारे में....जिन्होंने मुझे लिखा
क्या कहु उनके बारे में...जिन्होंने मुझे कहना सिखाया
धुप मे छाव हैं वो...तो कभी सर्दी मे धुप
जन्म माँ ने दिया,तो जिंदगी जीना पिता ने सिखाया
मेरी गलती पर डांटा भी आपने....
और डांटने के बाद प्यार भी दिया आपने
कभी friend बन कर मस्ती की,
तो कभी chef बन कर
अपने हाथों का खाना खिलाया,
कभी Doctor बने,...तो कभी teacher,
कभी electrician,...तो कभी मेरे security guard
और ना जाने क्या-क्या...बन गये आप हमारे लिए...!!!
कभी माँ बन कर...
दुलार दिया...प्यार दिया...
तो कभी Mummy के ना होने पर
मेरी चोटी बनाकर मुझे school के लिए तैयार किया..!!!
मेरी हर पसंद ना पसंद का ख़्याल रखा आपने
जो चहिये वो सिर्फ़ मेरी आँखो मे देख कर अक्सर
आपको पता लग जाया करता है..!!!
कहने को तो बहुत कुछ है...इतना की
जीतना शब्दों को कागज़ कम पड़ जाये
और कलम को स्याही
मेरे idol हो आप...
मेरी दुनिया🌍हो आप...
और
आपका प्यार,आपका बलिदान
शब्दों का मोहताज नहीं...
जिन्हें में अपने शब्दों में बयान कर सकूं...
❤❤❤
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