मेरे इश्क का गुलाब बस तेरे नाम करदूँ मेरे इश्क का ख़्वाब बस तेरे नाम करदूँ तेरी तकदीरें में ख़ुद को मैं शामिल करदूँ खुद को जलाकर मैं तेरे इश्क में अपने इश्क को सावित करदूँ ।
चार दिन का ये पावन त्यौहार है सच्ची श्रद्धा और मन में अनगिनत विश्वास है छठी मईया की महिमा अपरम्पार है पूछो नही ये कैसा त्यौहार है सूर्य देव की उपासना में मग्न सारा संसार है।