यूँ ही अक्सर मिला करती
हूँ तुमसे ख्वाबों में, तुम्हारा
किरदार मुझे अच्छा लगता
है।। एकटक घन्टो देखती
रहूँ तुम्हें सामने बैठकर,
तुम्हारा खुलकर मुस्कराना
मुझे अच्छा लगता है।।
सोचती हूँ बयाँ कर दूं तुम्हें
की तुम सिर्फ दोस्त नहीं
धीरे-धीरे ज़िन्दगी बन रहे
हो मेरी, पर तुम्हें खोने से
मुझे डर लगता है।। मंजूर
है हमे हमारी ये दोस्ती ही
मेरे जान, मेरे प्यार में मेरा
एकतरफा अधिकार ही मुझे
अच्छा लगता है❤️।।.....
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