खामोशी ,,
क्या है ये खामोशी ,,
वो जो बयां न हो या वो जो बिन बोले बयां हो जाये,,
खामोशी जो मौत के बाद आये ,,
या वो जो मौत के पहले आये,,
खामोशी वो जो चिता में आग लगते वक़्त आये ,,
या वो जो राख में मिल जाये,,
खामोशी वो जो दरिंदगी के वक़्त मुँह दबा के आये,,
या वो जो सब देखने के बाद भी मौन हो जाये,,
खामोशी वो जो माँ के पेट के अंदर से नौ महीने आये,,
या वो जो माँ के आँसू में कहीं छुप जाए ,,
खामोशी वो जो लाल जोड़ा लेके आये ,,
या वो जो सफेद साड़ी में लिपट जाए,,
खामोशी वो जो मजबूरियां लेके आये ,,
या वो जो गरीबी के साथ आये ,,
क्या है ये खामोशी ,,
वो जो बयां न हो या वो जो बिन बोले बयां हो जाये ||
न समझ पाई मैं इस खामोशी को,,
पर एहसास है कि कही न कहीं ,,
मेरे अंदर भी है ये "खामोशी" ||
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