यहाँ हर इंसान मतलबी होगया है ,,
मानवता से परे होगया है ,,
अपने काम के लिए मीठा मीठा ,,
आपके काम के लिए थोड़ा खरा होगया है ,,
यहाँ हर इंसान मतलबी होगया है ||
यहाँ इंसान थोड़ा वेस्टर्न कल्चर सा होगया है ,,
हर गलती पे अब तोह सॉरी सा होगया है ,,
किसके दिल को कितनी चोट पहुँचती है क्या ही मतलब है,,
क्योंकि यहाँ तोह हर इंसान मतलबी होगया है ||-
Graduated
Persuing PG in MSW
Birthday-14 april
Instagram-@mankib... read more
खामोशी ,,
क्या है ये खामोशी ,,
वो जो बयां न हो या वो जो बिन बोले बयां हो जाये,,
खामोशी जो मौत के बाद आये ,,
या वो जो मौत के पहले आये,,
खामोशी वो जो चिता में आग लगते वक़्त आये ,,
या वो जो राख में मिल जाये,,
खामोशी वो जो दरिंदगी के वक़्त मुँह दबा के आये,,
या वो जो सब देखने के बाद भी मौन हो जाये,,
खामोशी वो जो माँ के पेट के अंदर से नौ महीने आये,,
या वो जो माँ के आँसू में कहीं छुप जाए ,,
खामोशी वो जो लाल जोड़ा लेके आये ,,
या वो जो सफेद साड़ी में लिपट जाए,,
खामोशी वो जो मजबूरियां लेके आये ,,
या वो जो गरीबी के साथ आये ,,
क्या है ये खामोशी ,,
वो जो बयां न हो या वो जो बिन बोले बयां हो जाये ||
न समझ पाई मैं इस खामोशी को,,
पर एहसास है कि कही न कहीं ,,
मेरे अंदर भी है ये "खामोशी" ||
-
कुछ यादें तोह फिर भी ताज़ा हो जाती है ,,
पर न जाने क्यों वो वक़्त दुबारा नही आते ||
-
चलो आज उन किताबों को ढूंढा जाए ,,
जो हमे आज की दुनिया से रूबरू करवा पाए ||-
अपनी भावनाओं को बयां कर सकूं ऐसी *कविता* बनाऊँगी ,,
मुझे हरदम लोग याद रखे खुद ऐसी *कविता* बन जाउंगी ||
* #विश्व कविता दिवस*-
एक पर्व खत्म हुआ ,,
दूजा अभी बाकी है ,,
तैयार हो जाओ काशी वालों,,
क्योंकि वोटिंग अभी बाकी है ||
#7मार्च2022-
*एक *प्रेम* कहानी हमेशा के लिए अमर होगयी ,,*
*महलो की रहने वाली भस्मो की दीवानी होगयी ||*
-©®मीनाक्षी मिश्रा
-
हँसी के पीछे कुछ राज छुपाये बैठे है,,
लोग यहाँ एक चेहरे के पीछे कई चेहरा छुपा बैठे है ||
-
जिस दिन से तेरा साथ मेरे साथ होगा ,,
उस दिन से मेरा हर दिन गुलाब सा होगा ||
-
हम उस देश के निवासी है ,,
जहां दोस्ती मांगने पे दिल खोल देते है ,,
और दुश्मनी मांगने पे एयर स्ट्राइक ||
-