ਗੱਲਾਂ ਬਹੁਤ ਨੇ ਜੋ ਹਾਲੇ ਤੇਨੂੰ ਵੀ ਨਹੀਂ ਦੱਸੀਆਂ,
ਮੁਹੱਬਤ ਵਿੱਚ ਕੁਝ ਭੇਤ ਅਸੀਂ ਦਿਲ ਤੋਂ ਵੀ ਲੁਕੋਏ ਨੇ,-
माँ री,
मैं कुछ बोलणा चाहूं सू,
मैं थक लिया सू माँ, जमा अक्क लिया सू माँ,
इस दुनियादारी तै, इस दुकानदारी तै,
तू थाम ले मन्ने, एकब् साम्ब ले मन्ने,
माँ री, मेरी माँ,
मैं कुछ बोलणा चाहू सू,
तेरे पल्लै तै दो रुपये खोलने चाहूं सू,
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कुछ मजबूरियाँ भी उड़ा देती हैं रात की नींदे,
रात को जागनें वाला हर शख़्स आशिक़ नहीं होता,-
जिनका सब को इंतज़ार है
वो मेहफ़िल में जरूर आएंगे,
मेहबूब की मेहफ़िल को मेहबूब सजायेंगे,
जब वो आएंगे सब उनकी तरफ देखेंगे,
अरे देखना तो जे है गालिब
कि वो किसकी तरफ देखेंगे,-
मानता हूं की मुझे किताबें पड़ना नही आता,
लेकिन चेहरे पड़ना अच्छी तरह जनता हूँ साहेब,-
ਕੁੱਝ ਨਹੀਂ ਘੱਟਦਾ ਸਭ ਨੂੰ ਹੱਸ ਕੇ ਮਿਲ ਮਿੱਤਰਾ,
ਇਸ ਦੁਨੀਆਂ ਤੇ ਸਭ ਤੋਂ ਨਾਜੂਕ ਦਿਲ ਮਿੱਤਰਾ-
Never feel sad about losing anything in life, because whenever a tree loses a leaf a new leaf grows in its
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कभी लोटकर आकर तो देख साहेब
हम प्यासे पपीहे की तरह आपका इंतज़ार कर रहे है,-