कभी दिल और दिमाग की जंग में,
उलझ मत जाना।
क्योकि दिल तो उसी पल,
टूट कर मर जाता है..
जिस पल तुम्हें,
दिल-दिमाग में से..
किसी एक के साथ चलने का,
फैसला करना पड़े।-
Faqeer Mizaaz Hoon,
Mai Apna Andaaz..
Auron Se Juda Rakhati Hoon..
Log Masji... read more
Kaagaz pr likhe alfaaz
Mitaaye jaa skte hai
Par dil pr likhe us naam ke letters
Permanent marker ki tarah hote hai
Chahe jo kar lo
Kbhi nhi mit skte-
Tired now..
Tired of getting hurt every single time..
when I think of you!
Tired of keeping a fake smile on face..
Every single time when..
I want to cry out loud!
Tired of waiting for your texts when..
I know you don't care a bit!
Tired of keeping safe those feelings for you when..
I know they did never exist for you!
-
Kbhi kbhi..
Itne paas aa jaate hai,
Ki wajh hi nhi hoti dur jane ki..
Aur kabhi kabhi..
Itne dur chale jaate hai,
Ki wjh hi nhi hoti..
Paas aane ki!-
दो दिन में प्यार..
तीसरे में इज़हार,
चौथे में जान देने को भी तैयार..
झूठे वादे कसमें बातें,
साथ बिताई वो सुनहरी राते..
फिर आया एक ऐसा मोड़,
जो दे उस दिल को तोड़..
आँखों में धोखे का पानी,
जो बदल दे उन दोनों की कहानी..
फिर से सफ़र पर शुरु किसी को फसाने की,
ख्वाइश बस इतनी सी थी..
नई दास्तान बनाने की।-
Itna aasaan nhi hota..
Sb kuch bhul kr,
Aage badh jana..
Naa jaane..
Kitna waqt beet jaata hai,
Gehre zakhmo ko bharne mein..-
सारे शिक्वे-गिले खत्म हो गए,
सारी नाराज़गी भी दूर हो गई।
जब उसने आ कर धीरे से कहा..
" गलती तुम्हारी हो या मेरी,
रिश्ता तो अपना है न.. "-
ये दिल धडकने ना देंगे अब,
तुम्हें भूलने कि कसम खाई है।
बहुत ज़ख्म दे खुद को हमने,
चेहरे पर मुस्कान जो लाई है।
तूम्हारी मजबूरी कि मोहब्बत को अब,
खत्म करने कि बारी आई है।
खुदगर्ज़ थे तुम बहुत,
पर अब हम में ये आदत जो आई है।
झूठा फसाना दे उलझाया तुमने पर अब,
सच कि सुबह आई है,
बेवफाई कि स्याही से लिखें जज़्बात तुमने
पर अब,
वो किताब जो हमारी है।
बहुत फाइदा उठाया तुमने
मेरी मोहब्बत का पर अब,
मुनाफे का दौर खत्म कर घाटे कि बारी है।
लौट कर मोहब्बत करना तो
दूर कि बात है बस अब,
नफ़रत करने कि पूरी त्यारी है।-
कहते है वो की,
तुम्हें दर्द में नहीं देख सकते।
और वही वो शख्स हैं,
जो सबसे ज्यादा दर्द भी देते हैं।-