उदासी का असर न कभी तुझ पर हो,
ज़िंदगी भर तेरा सिर मेरे कंधे पर हो।-
● I write for someone special at a time a... read more
न जाने क्यों तू इतना खास है,
मेहसूस होता, हर पल तू मेरे पास है।
पा लूं तुझे बस इतना आस है,
बिछड़ के तुझसे जीना न रास है।-
उन अल्फ़ाज़ों के लिए शर्मिंदा न होना पड़े,
जब भी नाराज़ होता हूं ख़ामोश रहता हूं।-
तेरी तारीफ में बस इतना कहना है मुझे,
कई जन्म भी कम है तेरे साथ जीने के लिए।-
तू मेरे इतने क़रीब होकर भी दूर है,
बस छू लूं तुझे इतना सा सुरूर है।
देख कर तुम्हे मेरी आँखें थकती ही नहीं,
लगा लूं गले से तुम्हे अब चढ़ा ये फितूर है।-
तुझसे मिलके उसकी कमी नहीं खलती है,
डर है कि तेरे बाद मेरा हाथ कौन थामेगा।
तेरी हंसी में उसकी मुस्कुराहट झलकती है,
तेरे बाद इन होठों की तबस्सुम कौन देखेगा।
तबस्सुम= मुस्कुराहट,-
ज़िंदगी में कुछ और पाने का मलाल न रहा,
दरमियां हमारे बाकी अब कुछ भी न रहा।-
बिन सिंगार वो हुस्न की मिसाल है,
बाद सिंगार वो खुद में एक मिसाल है।-
सरबसर ज़ख्म की मिसाल हूं मैं,
फिर भी हंस लेता हूं कमाल हूं मैं।
देर कर दी तुमने जवाब देने में,
अब किसी और का सवाल हूं मैं।
ताबिश,-
मुद्दतों बाद मिलन का वो घड़ी आया,
मिलने को गले मुझसे वो दौड़े आया।
फासले बहुत कम बचे थे दरमियां हमारे,
छूने को ही थे उसे के उसका अब्बा आया।-