जिंदगी बट गयी , रिश्ते भी बट गये कुछ बटा नहीं अगर तो, वो है माँ का प्यार 🙏🙏 -
जिंदगी बट गयी , रिश्ते भी बट गये कुछ बटा नहीं अगर तो, वो है माँ का प्यार 🙏🙏
-
कोई भी कार्य तभी तक कठिन है, जब तक आप उसमें पारांगत नहीं हो जाते -
कोई भी कार्य तभी तक कठिन है, जब तक आप उसमें पारांगत नहीं हो जाते
थक जरूर गया हूं, ऐ जिंदगी हारा नहीं हूं मैंमेरे दोस्त मेरा हौसला हैं ,बेसहारा नहीं हूं मैं -
थक जरूर गया हूं, ऐ जिंदगी हारा नहीं हूं मैंमेरे दोस्त मेरा हौसला हैं ,बेसहारा नहीं हूं मैं
शराब पीने क़ा लगा इल्जाम मुझपरऔर मैंने चाय से भी तौबा कर लिया 😌 -
शराब पीने क़ा लगा इल्जाम मुझपरऔर मैंने चाय से भी तौबा कर लिया 😌
अत्याधिक महत्वाकांक्षा मानवता को मार देती है -
अत्याधिक महत्वाकांक्षा मानवता को मार देती है
वाकिफ़ हूं ,तेरे हर इक ऐबो हुनर से वाकिफ हूंमेरे कातिल, मैं तेरी हर इक नजर से वाकिफ हूंबन कर मशीहा आस्तीनों में जो सांप पल रहे हैनजर अंदाज करता हूँ, बाकी ज़हर से वाकिफ़ हूं -
वाकिफ़ हूं ,तेरे हर इक ऐबो हुनर से वाकिफ हूंमेरे कातिल, मैं तेरी हर इक नजर से वाकिफ हूंबन कर मशीहा आस्तीनों में जो सांप पल रहे हैनजर अंदाज करता हूँ, बाकी ज़हर से वाकिफ़ हूं
जब किसी कारण बस आपसी समबन्ध में सम्बाद स्थापित होना बंद हो जाता है!तब कोई तीसरा आपके बीच में , गहरी खायीं निर्माण का कार्य आसानी से करता है। - सोहित -
जब किसी कारण बस आपसी समबन्ध में सम्बाद स्थापित होना बंद हो जाता है!तब कोई तीसरा आपके बीच में , गहरी खायीं निर्माण का कार्य आसानी से करता है। - सोहित
लगे हैं सब हो ऐसो आराम की जिंदगी बसरपर मेरी तो चाहट है कि मौत सुकून की आये -
लगे हैं सब हो ऐसो आराम की जिंदगी बसरपर मेरी तो चाहट है कि मौत सुकून की आये
मुझे आवारगी में औऱ भी मशहूर होने दोचर्चा मेरे अफवाहों की भर पूर होने दोमैं तो मेरे तरीके से ही लडूंगा मेरी लड़ाईजो दूर हो रहे हैं मुझसे उन्हें दूर होने दो -
मुझे आवारगी में औऱ भी मशहूर होने दोचर्चा मेरे अफवाहों की भर पूर होने दोमैं तो मेरे तरीके से ही लडूंगा मेरी लड़ाईजो दूर हो रहे हैं मुझसे उन्हें दूर होने दो
जो सपनों में सजा रख्खा है सब कुछ वही होगाअगर कुछ भी सही हुआ तो सब कुछ सही होगाक्या खोया क्या पाया भला अफशोस क्यों करना जो मुक़द्दर में हि नहीं तो वो सब कुछ नहीं होगा -Sohit pandit -
जो सपनों में सजा रख्खा है सब कुछ वही होगाअगर कुछ भी सही हुआ तो सब कुछ सही होगाक्या खोया क्या पाया भला अफशोस क्यों करना जो मुक़द्दर में हि नहीं तो वो सब कुछ नहीं होगा -Sohit pandit