क्योंकि प्यार था मुद्दा एक रूहानी
आज सबको लेकिन है सोशल मीडिया पर दिखानी-
क्या कहना तुमसे, हां नहीं आती है याद
कतार लगे हैं लड़कों के, तू है सौवें के बाद-
चलो हिन्दू भड़काए
चलो मुस्लिम भड़काए
मिले किसे न कुछ यहाँ
सब छुपा दे हम सनम
चलो वोट कमाए सनम
जब बात है कुर्सी की तो, कर लेंगे कोई खता
हो जाएगा मामला ठंडा, चलेगा न यह पता
मीडिया में फैलेगी झूठी सी एक खबर
सच्चाई साबित करने में लगेगी उमर
मिले किसे न कुछ यहाँ
सब छुपा दे हम सनम
चलो वोट कमाए सनम
मुद्दे हैं जो भी असली, उससे हम भटकाए
चुनाव से कुछ दिन पहले, विकास हम करवाए
पैसों के दम पर बनेंगे सब गुलाम
औकात न हो फिर भी करेंगे सब सलाम
मिले किसे न कुछ यहाँ
सब छुपा दे हम सनम
चलो वोट कमाए सनम-
किसी ने पूछा था, कि शेर और इंसान में क्या अंतर है?
मैंने कहा, शेर भूख लगने पर शिकार करता है, और इंसान शिकार करके अपनी भूख बढ़ाता है।-
नया IPhone लेना हस्तमैथुन जैसा हो गया है
भले हम अंत में पछताए, लेकिन हर बार चाहिए होता है-
खामोश कलम में भर दो अपनी भावनाओं की स्याही
खुल जायेंगे द्वार अनेक, बटोरते रहोगे वाहवाही-
खुशी अभी दूर है, पर लगी हुई है आस
खुशी के इंतजार में चला रहा हूं सांस
खुशी अभी दूर है, मैंने फैलाई है अपनी बांहे
लोग पूछ रहे हैं मुझे, उम्मीद लगी है काहे
पर मन मेरा यह कहता है, अब नहीं है और देर
क्योंकि देने वाला भगवान, जिसके घर में नहीं अंधेर-
तेरे, मेरे या किसी और के लिए, कोई न कोई तो संवरता है
सभी रास्तों की कोई कहानी की, जो किसी और की गलियों से भी गुजरता है-