Dil mein thodi hi sahi,
Jagah honi chahiye l
Mohbbat jb bhi ho,
Bevajah honi chahiye ll-
जो अपना है, फिर गैरों सी बेरुखी क्यों ।
जो गैर है, खुद से नजरें झुकाता क्यों है ।।
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काश हम मिलते ही नहीं ,तू भी मुझसे अनजां होती ।
काश मुश्किलें कम होती, बातें सब आसां होती ।।
काश मेरे हंसने कारण, महज मेरी खुशियां होती ।
काश मेरे जब आंसू गिरते,थोड़ा सा तुम भी रोती ।।
काश महज रस्म निभाना,कोई नाम नहीं रिश्ता होता ।
काश की तुम जैसा कहती, वैसा ही मैं सच में होता ।।
काश तुम्हारी तरह स्वार्थी, थोड़ा सा मैं भी होता ।
काश कोई झूठ न होता, काश की सच सच में होता ।।
काश महज सांसें लेने का, नाम नहीं जीवन होता ।
काश तुम्हारे दिल में भी,मेरे नाम की धड़कन होती ।।-
रुकना कब कहां जरूरी था ।
कुछ देर ठहर तो सकते थे ।।
इतनी समझ नहीं थी हममें ।
समझौता हम कर सकते थे ।।-
जिससे मिलना, चाहता हूं मैं ।
वो भी यही, फरियाद कर देगा ।।
मेरा हो के भी, अब नहीं है मेरा ।
ये दिल मुझे, बरबाद कर देगा ।।-
परिंदा देख के तुमको,
कैद में भी चहचहता है ।
उसे उम्मीद है शायद,
तुम आजाद के दोगे ।।-
सांसों की तरह जरूरी हो ।
जो भी हो, तुम मेरी हो ।।
मैं पूरा नहीं तुम्हारे बिन ।
तुम मेरे बिना अधूरी हो ।।
दिल मिल गए ये काफी है ।
जिस्मों में भले ही दूरी हो ।।
मैं और तुम, हम हो जायें ।
कितनी भी मजबूरी हो ।।-
बीबी बोली आज नहा लो, नया साल है ।
हम बोले नये नियम न हम पर डालो ।।
परफ्यूम छिड़क के, काम चला लो ।
आज तुम्हारा भी तो, नया साल है ।।
वो बोली आज न झगड़ो, नया साल है ।
हम बोले तुम पानी डालो, नया साल है ।।
वो बोली अब इतनी जल्दी, कौन उठे ।
चलो ऐसे ही काम चला लो,नया साल है ।
हम सोचे की, आज तो अपनी पार्टी है।
कैसे भी बस आज नहा लो, नया साल है।।
नये साल की सब को शुभकामनायें ।-
माना अब खामोशी है,
होती नहीं है हफ्तों बात ।
कैसे भूल भला मैं जाऊं,
वक्त जो गुजरा तेरे साथ ।।
खुशियां ढूंढ ही लेते थे,
हों चाहे जैसे हालात ।
मुझको याद अभी तक है,
तेरी छोटी से छोटी बात ।।-