हर सक्स यह जानता है। हयात की अहमियत को ज्यादा नहीं, थोड़ा तो पहचानता है। आप भी जानते हो खुशियों के साथ जीना है हर वो पल जो अपनी जिंदगी के बचे है। फिर भी क्यों हम? दुखों के समंदर में डूबे पड़े है। आपके मन में यह ख्याल नहीं आता क्या? कि हम कूल बने रहे, जिंदगी में हंसी मजाक हमेशा चलते रहे। चलो आज से ही दुखों का पिटारा कहीं फेंक देते है। अब नई सुबह है इसको तो खुशियों के साथ जी लेते है।
हाँ, यह सच है, कि मेरी मम्मी मेरे साथ यानी हर जन्नत है मेरे पास। लेकिन, मुझको भी पहाड़ों में जाना है। उन वादियों में, अपने दोस्तों के साथ खूबसूरत पल बिताना है।