सच कहूँ तो दिल उसे ही अपना मान बैठा,
जो उम्र में बड़ा है, मगर रूह से जान बैठा।
फासले हैं बहुत, फिर भी एहसास गहरा है,
ये इश्क़ तन्हा सही, पर हर साँस में ठहरा है।
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"Everything is possible in the world if you believe in... read more
वो हदें भूल जाता है जब जिक्र मेरा आता है,
अपनी दुनिया भी मेरे कदमों में बिछाता है,
ना सोचता है अंजाम इश्क़ का,
बस दिल की हर धड़कन मुझे सौंप जाता है।
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यहाँ कौन है मेरा, सवाल आँखों में रह गया,
हर अपना भी यहाँ, कुछ दूर सा बह गया,
चलते रहे तन्हा, भीड़ में खो कर,
अपने ही साये से भी, रिश्ता अधूरा रह गया।
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वो खुद में हजारों जज़्बात समेटे चलती है,
हँसी में फूल, आँसुओं में बादल बनती है।
हर दर्द छुपाकर खुशियाँ बाँटती है,
ज़िंदगी से लड़ती, फिर भी मुस्कुराती है।-
ख़ामोशी से बातें कर लेती हूँ मैं,
तेरी यादों में खुद को खो देती हूँ मैं।
जिंदगी भी मुझसे सवाल करती है अब,
तेरे बिना किसके लिए जीती हूँ मैं?
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इत्तिफ़ाक़ नहीं तुझसे मिलना, कोई रब की साज़िश सी लगती है,
हर मोड़ पर तेरा ज़िक्र होना, कोई आदत की बारिश सी लगती है।
तू आया ज़िंदगी में यूँ जैसे, पुरानी दुआ कबूल हुई हो,
तेरी आंखों की ख़ामोशी भी, दिल की ग़ज़ल मुकम्मल हुई हो।
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"कुछ कहर आसमान से बरसे,
कुछ ज़मीन ने ग़ज़ब ढाया,
जब नज़रों से आग निकली और बूँदों ने खून उबाला।
इश्क़ नहीं था... ये जंग थी दो दुनिया की,
एक पत्थर दिल का सौदागर, एक पानी सी बावली..."-
वो तो चलती रही, आँधियों के साथ,
हर दर्द को छुपाते हुए, मुस्कान के साथ।
जख्म भी हसकर सहती रही,
कभी आखो मे आँसू, तो कभी दिल में सब्र लिए।
हर मोड़ पर कुछ न कुछ सिखाती गई,
ये कम्बख्त ज़िंदगी तो बस, एक इम्तिहान लेती रही।-
लम्हों का साथ कुछ खास होता है,
खुशियों का एहसास, हर पल में बसता है।
जब तुम पास होते हो, वक्त ठहर जाता है,
हर एक लम्हा तुम्हारे संग जादू सा लगता है।
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जब बात उसके आत्म सन्मान की हो,
वो एक तूफान में बदल जाती है।
हर शब्द में उसकी शक्ति की पहचान,
उसकी खामोशी भी एक गूंज बन जाती है।-