रात एक ऐसी दोस्त है जो मुझे खुद से मिलवाती है, गलतियों को दिखाती है, मन को समझाती है कभी अपार व्यथाओं को याद दिला कर मुझे रुलाती है तो कल्पनाओं की दुनियां में ले जाकर मुझे हंसाती है
रात एक दोस्त है, जो हर रोज मुझे मुझ से मिलवाती है।
देह का अंत तो तय है मगर,कुछ आवाजें कभी नहीं मरती खुशियों में, गम में, जीवन के हर पहलू में हमारे रूह में हैं रहती कभी अश्रु बनकर आंखों से है छलकती, तो कभी मुस्कुराहट बनकर होठों पर है बिखरती कुछ आवाजें कभी नहीं मरती।
खुली आंखों से देखे हर सोने से सपनों को पाना है हमें, आसमां की ऊंचाइयों के ख्वाबों को हकीकत बनाना है हमें रंगहीन जिंदगी जी नहीं सकती हूं, इसलिए रंग जिंदगी में भरना है हमें।