देके ज़िंदगी की कुछ सीख,
हस्ते, रोते, मुस्कुराते, गाते,
बीत गया एक और साल!
कुछ अपने हुए जहाँ अनजान,
कुछ लोगो ने बनाया जीना आसान;
किसी का साथ छूटा,
कही कोई रहा रूठा;
कुछ ख़ुशियों से उल्लास छाया,
कुछ मुश्किलों से ही तो,
ज़िंदगी का अर्थ समझ आया;
देके ज़िंदगी की कुछ सीख,
हस्ते, रोते, मुस्कुराते, गाते,
बीत गया एक और साल!
साथ लेके कुछ यादें,
कुछ अधूरे सपने,
हस्ते, रोते, मुस्कुराते, गाते,
बीत गया एक और साल!
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