प्यार के ये फूल तुझे भेजा है ईश्वर करे सारी खुशियां तेरे दामन में मिल जाए अपने बड़प्पन से तुम हर जगह छा जाओ गिले-शिकवे का मौका न हो हर कोई तेरी भलाई का सोचे अपनी चुप्पी और सादगी से सबको साथ लेकर चलते चलो हर दिन खुशियों का पलड़ा भारी हो
तेरी आंखों का नूर चमक उठा तेरे गालों की लाली खिल गई तेरे ओठों की मुस्कान छा गई तेरे चेहरे की कशिश खिंच लाई तेरी चूड़ी की खनक तेरे बाजेब की झनक सबको याद दिला दी कि आज तो है हमारी सुंदरी का जन्मदिन ईश्वर से प्रार्थना है कि मिले उसे सारी खुशियां जीवन में कोई ग़म का सागर न हो खुशियों का बाढ सबको ढहकर ले जाए हम सबकी प्रार्थना करो स्वीकार प्रभु दीनदयाल जी
आओ मिलकर मनाएं खुशियों की होली रंग से सराबोर हो खाएं और खिलाएं मिठाई, गुजिया, नमकीन पिएं शरबत, लस्सी बाँटें आपस में प्रेम बतियाएं हँसी खुशी से सबके साथ मिलकर