हम लिखते है तो यह न समजना दोस्तो की,
हम सिर्फ लिखने के शौकिन है।
स्माईली लिखान मे है उसे कई गुणाह सुंदर है,
यह हमारी समज नहीं बल्की एकिन है।
कैसे कहुँ के हमारा एक लब्झ भी लिखना,
उनके के खुबसुरती के बीना नामुन्कीन है।
इस चांद की छटा को देखने से जादा
उनकी परछाई को देखने मे सुकुन है।
-