जिंदगी का सफ़र तुम्हारे बिना कट तो जायेगा मगर आसान नहीं
मैं पूरा नहीं तुम्हारे बिना जिंदगी से मगर परेशान नहीं
याद तो हमेशा किया करता हूँ तुम्हे, बस पाने की चाहत छोड़ दी मैंने
चलता तो अब भी उसी रास्ते में हूँ, बस मंजिल की चाहत छोड़ दी मैंने
मंजिल का पता तो नहीं मालूम मुझे रास्तों से मगर अनजान नहीं
जिंदगी का सफ़र तुम्हारे बिना कट तो जायेगा मगर आसान नहीं
प्यार है मुझे सभी रिश्तों से, मगर तुमसा कोई प्यारा ना हुआ
वो हमारा ही है हर तरह से, बस उसका प्यार हमारा ना हुआ
महोब्बत में भीगने को ज़मीं तो बनाई मगर बरसने को आसमां नहीं !
जिंदगी का सफ़र तुम्हारे बिना कट तो जायेगा मगर आसान नहीं
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