जनवरी की शर्द मौषम है, शाल तो उसने ओढ़ी होगी, आधी चाय पी ली होगी, आधी आदतन छोड़ी होगी, और मेरी याद, अजी छोड़िये ''उसे इतनी फुर्सत थोड़ी होगी"...!! — % &
हमने किताबो में तो नहीं आपकी आँखों में जरूर पढ़ा है कि आपका दिल सिर्फ मुझपर फिदा हैं, और पुराने ख्यालों वाले लोग हैं हम हमें पल भर का साथ नहीं उम्र भर का रिस्ता चाहिए, तुम मेरी छोटी सी बात मान लो ये जिंदगी का सफर बहोत लम्बा हैं सुनो तुम मेरा हाथ थाम लो..... ❤