हवाओ को रुख बदलते देखा है
उन्हें किसी और का होते देखा है
अब वो वापस आ भी गये तो क्या फर्क पड़ता है
मैंने उन्हें किसी और के लिए रोते देखा है-
❤Nature ... read more
लिपट लिपट कर कह रही हैं,
दिसम्बर की ये आखिरी शामें,
अलविदा कहने से पहले,
एक बार गले तो लगा लो...-
समेट कर ले जाओ..
अपने झूठे वादों के अधूरे क़िस्से..
अगली मोहब्बत में तुम्हें फिर..
इनकी ज़रूरत पड़ेगी।-
आँख में पानी रखो होंटों पे चिंगारी रखो,
ज़िंदा रहना है तो तरकीबें बहुत सारी रखो,
एक ही नदी के हैं ये दो किनारे दोस्तो,
दोस्ताना ज़िंदगी से मौत से यारी रखो।-
लफ्जो में कैसे तारीफ करूँ
लफ्जो में आप कैसे समां पाओगे
जब भी पूछेंगे लोग आपके बारे में
हमारी ऑंखें देखकर वो सब जान जायेंगे-
जीवन के और एक नये साल को
दिखाने के लिये हे प्रभु तेरा शुक्रिया ।
🙏🎂🍰🍫-
मंजिल भी तुम हो, तलाश भी तुम हो,
उम्मीद भी तुम हो, आस भी तुम हो.
कैसे कहूँ इश्क भी तुम हो और जूनूँ भी तुम ही हो,
अब जब अहसास तुम हो तो जिंदगी भी तुम ही हो.
-
दुनिया मे मोहब्बत आज भी बरकरार है,
क्योंकि एकतरफा प्यार अब भी वफादार है।
-
सुनो
तुम यूँ हमसे खफा ना हुआ करो.
पता है ना की हम कुछ भी नहीं तुम्हारे बिना
-