छूट गया था पीछे दुनिया के भीड में
चला गया था पीछे अंधेरी गलियारों में
खुला आंख जब अंधेरों में
तो लौट आया फिर से दिन के उजाले में,
सीखा गई मुझे कुछ बातें उन अंधेरों ने
छुट गई जो यादें उन गलियारों में
वापस ना लाउ उनको दिन के उजालों में-
sitesh patel
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Engineer by day , writer by night
Indian by birth Indian by choice
Indian by birth Indian by choice
Joined 20 January 2018
23 AUG 2018 AT 16:47
13 JUN 2019 AT 0:30
Sometimes people treats you like an option where the primary one is unavailable the backup one can do the job of the first one
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12 JUN 2019 AT 21:20
वोह तो वक़्त ही बताएगा
तब जब हमारे हाथ में कुछ भी ना हो
तब वोह बताएगा।-
8 JUN 2019 AT 17:07
देख तेरी दुनिया की हालत क्या हो गई भगवान
तेरे ख़ुद के बनाए इंसान भी बन गए हैबान
फूल सी बच्ची को ना छोड़ा कर गए घिनौना काम
उसे क्या पता कहानी मै सुना हेबान यहां घूमते हैं सरे आम
अब तू ही बता भगवान क्या है तेरा इंसाफ
ज़िंदा जला दी जाए या फांसी मै लटका जाए उन्न हौबान
को खुले आम-
8 JUN 2019 AT 13:14
जो खुसी के बदले गम देती हो
जो सुख के बदले दुख देती हो
जो अपनों को पराया करती हो
जो जींदेगी नहीं मौत देती हो।-
4 JUN 2019 AT 2:03
Most of the untold stories are came out in the darkness of the night
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