तुम्हे लिखता हूँ तो लफ़्ज हो तुम,
तुम्हे सोचता हूँ तो ख़्याल हो तुम,
तुम्हे माँगता हूँ तो दुआ हो तुम,
तुम्हे पूछता हूँ तो सवाल हो तुम,
तुम्हे बोलता हूँ तो जवाब हो तुम,
तुम्हे तरसता हूँ तो बरसात हो तुम,
तुम्हे पढ़ता हूँ तो शेर हो तुम,
सच्च काहू तो मोहबत हो तुम,-
“इंसानियत मेरा धर्म है,
घर है, हिंदुस्तान।
दिल से एक भारतीय हूँ
बस यही है मेरी पह... read more
घर का लाडला होकर भी आज मेहमान बन बैठा हूँ,
कभी था अपना भी याराना,आज मुसाफ़िर बन बैठा हूँ।
घर पे सब कुछ हैं अपना ऐ-जिंदगी
तुम्हे सवारने के चक्कर में आज किरायेदार बन बैठा हूँ!-
तुम्हें बारिश पसंद है, मुझे बारिश में तुम,
तुम्हें हँसना पसंद है, मुझे हस्ती हुए तुम,
तुम्हें बोलना पसंद है, मुझे बोलते हुए तुम,
तुम्हें सब कुछ पसंद है, और मुझे बस तुम।-
काश की मोहब्बत में भी चुनाव होता।
यकीन मानो, गज़ब का भाषण देता तुम्हे पाने के लिए😍😍-
थाम कर कोई हाथ मेरा,
मुझे मेरे 'रघुवर' के पास ले चलो
आती है उनकी याद बहुत,
कोई 'अयोध्या' मेरे साथ चलो♥️-
मैं Bihar बोर्ड का पढ़ा छात्र,
तुम CBSE की क्वीन प्रिये,
तुम सुनती सॉन्ग shakira की,
मैं खेशारी में लीन प्रिये।
-
मेरा हर पल तेरे नाम हो जाय,
तेरा हर मर्ज मेरे नाम हो जाय,
ऐ खुदा जब भी वो याद आय,
शबनम-ये-बरसात हो जाय,-
यू तो महलों की ख्वाहिश हैं कि वर्षा हो,
मर्ज उनका कोंन जाने जिनका मकान टपकता हो-
में फिर से गिरूँगा ये गलतफ़हमी दूर कर लो
.
वो दिल की ग़लती थी की
हम लड़खड़ा से गए थे!!!!!-