एक दिन रह जाते उन्की नज़रो के सामने
उन्की बेरुखी को मुझपर ये तो एतबार होता
एक शाम हम भी गुज़ार लेते जुल्फो कि छाँव मे
काश हमारी जिंदगी मे भी ऐतवार होता-
Singhania
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Joined 18 March 2025
24 AUG AT 21:03
23 AUG AT 17:48
गम का सैलाब जिसे रूला न पाया
हालात का तूफान जिसे झुका न पाया
लहरे क्या बयां करेगी हस्ती हमारी
जिस कश्ती को समंदर भी डुबा न पाया-
8 AUG AT 23:19
सब्र देख पुराने पेड़ो का
उड़ाते है मज़ाक धोके से
नये पौधे अभी वाकिफ नही है
हवाओ के झोके से !!
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28 JUL AT 21:49
सच की कोई परवाह नही
झूठ सभी को स्वीकार है
बनावटी इस दुनिया मे लोग
दिखावे के शिकार है-
13 JUL AT 20:32
जहर बता कर पिया तो क्या पिया
कुछ दिखा कर किया तो क्या किया
हसरतो मे यू ना बर्बाद करो जिंदगी
जो ना मुस्कुरा कर जिया
तो क्या जिया-
24 JUN AT 16:34
अश्को से ये दास्तान बयान न हुई
खामोशी कोई सुन ना पाया
मुड़कर जो देखा हमसफ़र को
मेरे हिस्से सिर्फ इल्ज़ाम आया-
22 JUN AT 12:12
लाज़मी नही के भीड़
जनाजे मे जमा हो
जिंदा लाशो कि शादिया भी
जनाजे से कम नही-