शब्बा खैर कहते हैं दोस्तों आज के तालुकात कोदेखते हैं कौन छेड़ता है कल नए मालूमात को. - Raushan Satpal@2021
शब्बा खैर कहते हैं दोस्तों आज के तालुकात कोदेखते हैं कौन छेड़ता है कल नए मालूमात को.
- Raushan Satpal@2021