कल को यह मलाल न रह जाए कि हम दुनियादारी
में उलझे रहें।
और अपने सपनों को अंधेरे में रखकर-
I love to share my story with you guys...
Study at IIT ... read more
किसी शायर ने अंतिम यात्रा
का क्या खूब वर्णन किया है.....
था मैं नींद में और.
मुझे इतना
सजाया जा रहा था....
बड़े प्यार से
मुझे नहलाया जा रहा
था....
ना जाने
था वो कौन सा अजब खेल
मेरे घर
में....
बच्चो की तरह मुझे
कंधे पर उठाया जा रहा
था....
था पास मेरा हर अपना
उस
वक़्त....
फिर भी मैं हर किसी के
मन
से
भुलाया जा रहा था...
जो कभी देखते
भी न थे मोहब्बत की
निगाहों
से....
उनके दिल से भी प्यार मुझ
पर
लुटाया जा रहा था...
मालूम नही क्यों
हैरान था हर कोई मुझे
सोते
हुए
देख कर....
जोर-जोर से रोकर मुझे
जगाया जा रहा था...
काँप उठी
मेरी रूह वो मंज़र
देख
कर....
.
जहाँ मुझे हमेशा के
लिए
सुलाया जा रहा था....
.
मोहब्बत की
इन्तहा थी जिन दिलों में
मेरे
लिए....
.
उन्हीं दिलों के हाथों,
आज मैं जलाया जा रहा था!!!-
तुम्हारा हाथ बढ़ा है जो दोस्ती के लिए मिरे लिए है वो इक यार - ए - ग़म - गुसार का हाथ वो हाथ शाख - ए - गुल - ए - गुलशन - ए - तमन्ना है महक रहा है मिरे हाथ में बहार का हाथ
तोड़ी लेट से
मगर मुकंबल हैं ये शब्द मेरे नजदीक रहरहे कुछ लोगो के लिए।-
if the lion is the king of the jungle how can he be the king of the jungle?
he's not the biggest, and not he's the fastest ,
so how does a lion become the king of the jungle ,
"Because his mentality"
that the only difference of a lion and all animals.-
दरिया अब तेरी खैर नहीं बूंदों ने बगावत कर ली है
हम परवाने हैं मौत समा।मरने का किसको खौफ यहां,
रे तलवार तुझे अब झुकना होगा
गरदन ने बगावत कर ली है।-
एक व्यक्ति ने बहुत समय पूर्व हमें यह सलाह दिया था कि अपने तावे पर पकाई हुई रोटी खाने में ज्यादा आनंद आती है। मगर यह कभी सोचा ही नहीं था। इसका तर्क इतना गहरा होगा।
जब हमे कोई चिज आसानी से बिना संघर्ष के पराप्त हो जाती तो इसका दुश प्रभाव हम पर दिखता हैं ,
पहले हम उसकी अहमियत को बिना खोए जान नहीं पाते ,
और जब चीजें हमें बिना संघर्ष किए मिल जाती है तो इसकी प्रभाव हमारे व्यक्तिगत विकास को सीमित दायरे में सीमित कर देती है-
जिंदगी में आगे बढ़ना है
तो प्रॉब्लम सॉल्व करना तो सीखना पड़ेगा गुरु,-
जिंदगी जीने की कभी सही समय नहीं आती है तो जियो यारो
घुस जाओ इस भीड़ में
और बना लो अपनी एक पहचान और जी लो अपनी जिंदगी-
क्या जिंदगी इसी असमंजस में गुजर जाएगी?
काश हवा की इस रूख को बदल पाता
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