पले थे जहां हम, खेले थे जहां हम, मन करता नहीं अब हमारा लौटकर घर जाने का, ना जीने का, ना मरने का, ना खाने का, ना पीने का, बेरोज़गारी है साहब, मन करता नहीं अब हमारा कहीं आने जाने का,
Khul kar milta hai jab koi kisi se, Har baat juba par aa hi jati hai । Bachpan ki yah hakikat, Aaj bhi such ho hi jati hai, Jab ho botal hath mein to juba khul hi jaati hai.
विश्व तंबाकू निषेध दिवस 31 मई 2021 को मनाया जा रहा है इस वर्ष विश्व तंबाकू निषेध दिवस की थीम या है कि हम सभी तंबाकू छोड़ने के लिए प्रतिबद्ध हैं एक सर्वे के अनुसार विश्व में एक अरब 10 लाख लोग सिगरेट पीते हैं जिससे जिसमें 90 परसेंट युवा वर्ग है जो 25 वर्ष से कम है परिवार में तंबाकू का सेवन एक व्यक्ति करता है लेकिन उसका परिणाम पूरे परिवार को झेलना पड़ता है तंबाकू में बहुत ही जहरीला पदार्थ निकोटिन होता है जो फेफड़ों में कैंसर तथा मुंह में कैंसर का प्रमुख कारण है युवा एटीट्यूट में हवाओं में छल्ले बनाते हुए सिगरेट देते है जो की बहुत ही खतरनाक है विश्व में 30 परसेंट कैंसर सिर्फ तंबाकू के सेवन से होता है अगर मुझे तंबाकू और जहर विकल्प में दिया जाए तो मैं जहर लेना पसंद करूंगा क्योंकि इससे एक व्यक्ति ही खत्म होता है लेकिन तंबाकू के सेवन से पूरा परिवार खत्म होता है आओ हम सब प्रतिज्ञा करें की तंबाकू का निषेध करें 🙏🙏 Written by Sindhu Pratap Singh
"बैठ गया खुदा आज देख कर नजारा जमीन का, मानवता मर गई उसमें आज मानव है जो जमीन का," मुसीबत के समय में ,मानव स्वार्थ अपना देख रहा है, इसीलिए खुदा भी ऊपर से तमाशा सब देख रहा।।