बार बार जाता है, बार बार आता है...!
चंचल सा मन है, कहा संभल पाता...!!-
Simran Singh
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Joined 22 September 2018
12 JUN 2024 AT 6:25
1 NOV 2023 AT 13:03
दोबारा ना होगा मुझसे , उसके लिए माफ़ी है..!
एक बार टूट गया ,वही काफी है..!!-
30 JUL 2023 AT 2:10
ये है वर्तमानकाल...!
एक में हु ,कुछ चीज़े ,
और शब्दों का भूचाल...!!-
9 OCT 2022 AT 22:04
होश न उड़ा दे वो झोका ही क्या...!
और जो अपनों ने ना दिया हो,
वो 'धोखा' ही क्या..!!-
15 NOV 2021 AT 19:20
सोचु हूँ, क्या लिखूँ, यही असमंजस है मेरी...!🤔
न जाने क्या बात है, तस्वीर में तेरी....!!🥰❤️-
4 SEP 2021 AT 22:33
खुद पर काबू न हो , तो हुलिया दुरुस्त दिखना बड़ा मुश्किल होता है....!!
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12 AUG 2021 AT 20:34
नाज़ायज से रिस्ते को जायज़ समझना बहुत आसान है आजकल,
थोडा वक़्त दो
सब समझ आ जाएगा.!!-
21 JUN 2021 AT 23:39
आँखों की खामोसी में शोर मचाती बाते है...!
समझ नही आता
खामोश हम है, या खामोश भरी ये राते है....!!-
27 MAY 2021 AT 15:22
कुछ इस तरह ज़िंदगी मशहूर है आजकल...!
खुश दिखना , खुश होने से ज्यादा ज़रूरी है...!!-