जिंदगी का रास्ताभूखे रह कर हक पाया खाने कारातों को जग कर हक पाया सोने काअल्फाजों में बने किताबो का हर्फ हूं मैंकई ठोकर खाकर हक पाया चलने का -
जिंदगी का रास्ताभूखे रह कर हक पाया खाने कारातों को जग कर हक पाया सोने काअल्फाजों में बने किताबो का हर्फ हूं मैंकई ठोकर खाकर हक पाया चलने का
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तारीफो से बटकते बागानों को देखाउंगलिवो में लिपटे सितारों को देखादेखा तेरे छूने से तस्वीर को हकीकत में बदलतेन देखा तो सिर्फ तेरा ठिकान न देखा -
तारीफो से बटकते बागानों को देखाउंगलिवो में लिपटे सितारों को देखादेखा तेरे छूने से तस्वीर को हकीकत में बदलतेन देखा तो सिर्फ तेरा ठिकान न देखा
मेरी मंज़िल पर जाता हर रास्ता किसी ने रोक रखा हैजब करीब जा कर देखा देखा तोवो परछाई थी मेरी परछाई — % & -
मेरी मंज़िल पर जाता हर रास्ता किसी ने रोक रखा हैजब करीब जा कर देखा देखा तोवो परछाई थी मेरी परछाई — % &
"Kisi ne rakhe hai Ye naam ....Vahi naam se jana jata huMagar chahta huEk naam mera bhi ho" -
"Kisi ne rakhe hai Ye naam ....Vahi naam se jana jata huMagar chahta huEk naam mera bhi ho"
भुला कर ख्वाहिशों को जंहायू पल्के झुका कर चल रहा हूंसागर किनारे खड़े होकर प्यास से मर रहा हूं -
भुला कर ख्वाहिशों को जंहायू पल्के झुका कर चल रहा हूंसागर किनारे खड़े होकर प्यास से मर रहा हूं
Dil ko kaise sambhalu jo pahle se hi bikhra haiAb to hum bhi thak gaye buzdilo ki tarah Hazaro bar badle usne apni soch koMai badla to kahte hai Tum bhi badal gaye janabDusro ki tarah -
Dil ko kaise sambhalu jo pahle se hi bikhra haiAb to hum bhi thak gaye buzdilo ki tarah Hazaro bar badle usne apni soch koMai badla to kahte hai Tum bhi badal gaye janabDusro ki tarah
समझ कर खुद को खुदा हमसे नमाज़ की ख्वाहिश कीऔर जब रंजिशो ने घेरा मुझेतब तेरी नहीं मौत की याद आई -
समझ कर खुद को खुदा हमसे नमाज़ की ख्वाहिश कीऔर जब रंजिशो ने घेरा मुझेतब तेरी नहीं मौत की याद आई
मेरी खवाबो की एक तस्वीर हो तुममेरी हाथों की एक लकीर हो तुम -
मेरी खवाबो की एक तस्वीर हो तुममेरी हाथों की एक लकीर हो तुम
Copied name But love your poetry -
Copied name But love your poetry
खाबों में एक तस्वीर सा तुमहाथों की एक लकीर सा तुम -
खाबों में एक तस्वीर सा तुमहाथों की एक लकीर सा तुम