हा माना, मेरी मंजिल उन उच्चाइयो पर नहीं है ...
पर यू न समझो की मेरी कोशिशें कम हुई हैं ।
हा माना, मेरे दिल की बात आपको सुनाई नहीं दी है,
पर यू न समझो की मेरी अपनी क़ोई आवाज या इच्छा नहीं है ।
हा माना, मेरी हसी सबको दिखाई दिया है,
पर यू न समझो की उस हसी के पिछे दर्द नहीं है ।
हा माना, मेरी राह अभी साफ नहीं है ,
पर यू न समझो की ये मेरा टाइम नहीं है ।
हा माना, मेरी मेहनत में कहीं कमी होगी,
पर यू न समझो की में किसी काम की नहीं ।
हा माना, मेरे सपने आप जैसे नहीं,
पर यू न समझो की मुझे उन्हे देखने का हक भी नहीं।
हा माना, की अभी हमारी किस्मत हमारे साथ नहीं,
पर यू न समझो की अपनो का साथ ओर आशीर्वाद हमारे पास नहीं ।
हा माना ,मेरा आज नहीं ..कल भी नहीं होगा
मगर, परसों होगा...मेहनत पर भरोसा है मुझे अपनी मेरा भी सवेरा सुनहरा होगा ।
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