फुरकत ए इश्क में जो दर्द मिला मुझको न अब सहन होता है
इससे बेहतर था कुर्बत में रहकर तल्ख लहजा तेरा-
mob-7762088166
रात अंधेरी है बात गहरी है
ज़ख्म दिखाऊं तो किसको दिखाऊं
बात समझाऊं तो किसको समझाऊं
कि जो जज्बात समझता था दिल के मेरे
सच बताऊं तो वो अब मेरा नहीं है
डर लगता है सोचकर तेरे बगैर मुस्तकबिल का
कि जाना हो मुझे तो अब मैं तो किधर जाऊं
राज बहुत है बात बहुत है दिल में अब भी एहसास बहुत है
ये राज दिल का एहसास दिल का
सुनाऊं भी तो मैं अब किसको सुनाऊं
कि याद जब भी मुझे तुम आते हो
ये आंखें यूंही बरसने लगती है
ये आंसू छुपाऊं तो कैसे छुपाऊं
इस रोते दिल को मैं कैसे समझाऊं
कि बिछड़कर तुझसे बहुत तनहा हो गया हूं मैं
चीखता हूं चिल्लाता हूं ज़ख्म सबसे छुपता हूं
कि अब थक गया हूं खुदको समझा न पाऊंगा
याद में तेरे मैं फना हो जाऊंगा
ढूंढते हुए फिर एक दिन जब तुम आओगे मेरे कबर पर
कि मैं पहले ही खाक में मिल जाऊंगा
फिर देखना तुम अपने आंसू रोक न पाओगी
न पोछ पाऊंगा तेरे आंसू मैं भी
बस बेबस सा मैं तुम्हें देखता रह जाऊंगा
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मैं चंद कदम चलता हूँ थक जाता हूँ
तुम मेरे ख्याल में घूमती रहती हो थकती नहीं हो क्या-
I swear to God that you will keep searching for me throughout your life
I won't even write my name on my tombstone-
हाँ कुछ भी तो नहीं बदला देखो ना
वही उदास शामें वही तन्हा रातें
ख़ामोश मैं और चीखता धड़कन
इन सब के बीच बस एक ही खयाल
बस वही तेरे न मिलने का सवाल-
मुश्किल भरे रास्तों पे कुछ लोगों ने साथ ऐसे छोड़ा
जैसे बारिश के वक्त बिजली छोड़ती है-
नजर झुकाए खामोशी से सुनता चला जाता है
मर्द अपनी पसंदीदा औरत की बातों का जवाब नहीं देता
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तुम अब भी याद आते हो
सच है तुम याद आते हो
किसी भीड़ में खुद को अकेला जब भी पाऊं तो
सच है याद आते हो बहुत तुम याद आते हो
वो लम्हें तुमसे मिलने के वो बातें जो तुमसे करते थे
वो लम्हें याद आते हैं हां वो बातें याद आती है
वो तेरा मुस्कुराना भी वो तेरा नजर चुराना भी
वो तेरा नाराज होकर फिर फौरन मान जाना भी
सब कुछ याद आता है सच में याद आता है
वो तेरा तल्ख लहज़ो में मुझको डांट देना भी
वो मुझसे लिपट कर फिर तेरा आंसू बहाना भी
हां सब कुछ याद आते हैं सच में याद आते हैं
वो वादे साथ चलने के वो वादे न बिछड़ने के
वो वादे याद आते हैं सच में याद आते हैं
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हकीकत यह है कि सब रोजे से हैं
सच यह भी कि महज भूखे और प्यासे हैं-