Silky Srivastava   (Silky srivastava ✍️)
487 Followers · 25 Following

Just writing,writing n writing for peace n selfsatisfaction
Joined 11 September 2017


Just writing,writing n writing for peace n selfsatisfaction
Joined 11 September 2017
15 JUL 2023 AT 9:58

सफ़ेद बादल भले कितने ही खूबसूरत हो
रंग बदलना है उन्हे भी बरसने की खातिर....

चाहे पवित्रता की दुहाई हो ये नदियां सारी
मिटना है उन्हें भी एक समंदर की खातिर....

पलकों पर बिठा कर दुनियां दिखाने वाले
गिराएंगे वो तुम्हें भी अपने संस्कारों की खातिर.....

इश्क़ का कुआं पिघला देगा तुम्हारा सोना
खुद बदलना है तुम्हें भी निखरने की खातिर......

-


21 JUL 2021 AT 18:13

Agr tum mera syllabus ho..........

To padhna meri hobby aur top krna aadat....❤️

-


21 JUL 2021 AT 18:06

तू भले ही कयामत तक नाराजगी के धरने पर बैठ.............

मैं अपनी कोशिशों से कभी इस्तीफ़ा नहीं दूंगी ❤️

-


23 JUN 2021 AT 22:44

ज़िंदगी तुझसे मुंह मोड़ने का ज़ी करता है
थक गई हूं बहुत अब सब छोड़ने का ज़ी करता है

-


29 NOV 2020 AT 5:35

Limbs are just a follower of brain.....
And talent can be shown without followers

-


7 JUL 2020 AT 13:41

तुम मेरी ज़िंदगी की वो शाम हो .........

जिसके बाद का अँधेरा भी मुझे सवेरा लगता है

-


21 MAY 2020 AT 23:43


हर महफ़िल में जिसकी नुमाइश करते हो ......उस इश्क़ को गुज़रे जमाने हो गये ....


समझा करो ऐ दिल , वो बहाने... तराने ....और अफ़साने .....सब अब पुराने हो गये ........

-


21 MAY 2020 AT 9:34

जो मैंने की हर रोज़ इबादत आप ही हो अब
गुपचुप भी की थी शिकायत आप ही हो अब

सब चाहते है हो भरा हर एक का दामन
मांग कर पायी जो दौलत आप ही हो अब

मुझे खुद से शिकायत थी भला हो क्या खबर किसको
नहीं तुझसा यहां कोई कि मुझसा आप ही हो अब

मालूम नहीं मिला किसको क्या क्या है तोहफे में
मेरे दिल के ख़ज़ाने की हकीकत आप ही हो अब

कहने को तो लिखने वालों ने कहीं अब कुछ नहीं छोड़ा
जो लिखने बैठूं मैं दिल की फ़जीहत आप ही हो अब

यूँ तो अनजाने ही मैंने था सबर सबके लिए माँगा
मेरी उन दुआओं की इनायत बस आप ही हो अब

इश्क़ की रातों में अगर हो गमों से दिल्लगी
मेरे हिस्से की खुशियों की कीमत आप ही हो अब

मेरे नज़रो के आइनों ने मुझसे पूरी दुनिया मांगी
मेरे दर्पण की हरएक रहमत आप ही हो अब

तुम्हारे दिल के राज़ों को सनम तेरा ख़ुदा जाने
मेरे दिल में बसी है जो मोहब्बत आप ही हो अब

-


2 APR 2020 AT 17:24


पहले उसपर फिर खुदपर सवाल कर गये

मेरी ज़िन्दगी के तज़ुर्बे कमाल कर गये 👌

-


29 MAR 2020 AT 16:01

रहेंगे अब हमेशा करीब तुम्हारे
ये फैसला हमारा था
थोड़ी दूरियाँ भी जरूरी है सनम
ये तजुर्बों का इशारा था

रहने लगे है हम एकदूजे के सहारे
ये कहना हमारा था
वक़्त सहारे भी बदल देगा सनम
ये जरूरतों का इशारा था

-


Fetching Silky Srivastava Quotes