कदमों में इस जहां को झुका देना तो महज बातें हैं,
तुम बस इतना करना की झुक कर मुझे पायल पहना देना।-
I love silence & peace😊🥰❤
Plzz don't relate my quotes to ... read more
Mother's day पर सबका प्यार उमड़ता है,
माँ से सच्चा प्यार करने वालो का भी और,
उनका भी जो माँ पर पूरे साल अकड़ता है।
इस दिन हर कोई अपनी माँ के लिये,
Social Media बड़ी-बड़ी बातें लिखता है।
पर क्या ये समाज उनका दर्द समझता है??
''''''वो लड़की जो ''gang rape'' से माँ बनी,
वो औरत जो ''marital rape'' से माँ बनी,
वो वेश्या जो किसी की ''हवस'' से माँ बनी।''''''-
Thanks a lot dear Arsh Ahmad for liking my quotes. Thank you so much for ur kind support & appreciation❣️❣️
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जब भी आती है बारिश, मुझे हर बार रुला जाती हैं।
क्योकि बारिश में पानी नहीं तेरी यादें बरसती है।-
ब्रह्माण्ड की रचयिता है नारी,
जिसको बना दिया हमने बेचारी।
जिस दिन खुद के लिए ख़डी होगी,
उस दिन पड़ेगी ये सब पर भारी
वो ना घर पर महफूज़ है,
बाहर भी बस उसका होता use है।
ये घर में marital rape से परेशान हैं,
और बाहर gangrape वाले हैवान हैं।
जब ये kitchen में खाना बनाती है,
खुद मरती है और अपने सपनो को जलाती है।
थक जाने पर भी ना रूकती है,
Periods pain में भी काम करती है।
माँ, पत्नी, बहन का निभाती ये किरदार है।
प्यार और सम्मान दो, ये उनका अधिकार है।
ये पूरा ब्रह्माण्ड है, खुशियों का संसार है।-
छोटे कपड़े
भ्रष्ट नेताओं ने छोटे कपड़ो को रेप की वजह बताई है,
ऐसा करके उन्होंने अपनी संकीर्ण मानसिकता दिखाई है।
Attractive कपड़े देख कर लड़के अपना temptation खो रहे,
ऐसा कह कर उन्होंने अपनी गलती छिपाई है।
जब साड़ी, बुर्का, सूट में भी बुरी नज़र से देखते हो,
तो बताओ छोटे कपडो़ में क्या बुराई है।
छोटे कपड़े ही है बतमीजी की वजह,
ये धारणा हमने खुद ही बनाई है।
इस धारणा से बाहर निकलो वर्ना,
आगे भविष्य नहीं खाई है।
अगर judge करोगे लड़कियो को उनके कपड़ो से,
तो ये दुनिया उनके लिये पराई है।
संकीर्ण मानसिकता को छोड़ दो तुम,
अपना व्यक्तित्त्व को ऐसा बनाओ तुम,
कि लगे हर लड़की को, ये अजनबी नहीं तेरी परछांई है।-
Book - a true frd
इतनी किताबें पढनी है कि एक दिन,
मुझ पर एक किताब लिखी जाए।-
जो कभी धरोहर था,
वो अब खंडहर हो गया है।
जो कभी मरहम था,
वो अब खंजर हो गया है।
आँखे तो सूख गई है,
पर ये दिल समंदर हो गया है।-
कल रात हैवनियत की,
सारी हदें पार हुई।
हसती खेलती बच्ची,
जब खेलने को घर से बाहर गई।
देर रात तक घर ना लौटी,
बेचैन माँ ढूंढ़ते हुए लाचार हुई।
सुबह झाड़ियों में मिली उसकी लाश,
एक बार फिर इंसानियत शर्मशार हुई।
इज्ज़त का दावा करने वालों के सामने,
एक लड़की की इज्ज़त तार-तार हुई।
बेटी को खो कर,न्याय के लिए गुहार हुई।
पर ये क्या...
न्याय तो दूर जनाब यहाँ घरवालो की,
इज्ज़त भी तार-तार हुई।
बेटी के न्याय के लिए,पिता ने वकीलों के घर चक्कर काटे,
पर फिर भी ना नईया पार हुई।
वर्षो के बाद मिला न्याय,
पर बताओ इसमें एक बेटी की जीत हुई या न्याय की हार हुई??
💔💔💔💔💔💔💔💔💔
आओ मिल कर ऐसे भारत की रचना करे,
जिसमें नैतिकता व इंसानियत की शिक्षा मिले
और strong Justice system होगी।
वर्ना कल को ये भी हो सकता है
तुम्हारा बेटा rapist बनेगा और तुम्हारी बेटी victim होगी।-
इश्क़ वो लाईलाज बिमारी है,
जिसका ना कोई हकीम है,
और ना कोई दवाई है।
इस इश्क़ ने ऐसा कहर ढाया है,
ना जाने कितनो के दिल तोड़े है,
और कितनों को जिंदा लाश बनाया है।-