खुशियों में जमाना मिलेगा
तनहाई में अपने भी भूल जाते है
यह दुनिया है जनाब यहां इंसान को इज्ज़त भी
उसकी कमाई देखे कर देते है लोग
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Sîddîqûî Bøy
(786 Shayari world)
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Joined 31 October 2018
3 FEB AT 21:26
19 DEC 2024 AT 21:53
वकत के साथ शौक मर जाते है
जिम्मेदारियां अच्छे अच्छों की हसी खा जाती है-
13 FEB 2024 AT 21:53
एक दोस्त था बड़ा जिगरी
अब बिछड़ गए कभी वो अपनी जान हुए करता था अब अनजान से हो गए है परायो की तरह बात करता है मतलब भर के जवाब देते है अब कुछ अजनबी सा लगना लगे है एक दोस्त था जो इन दिनों बड़ा याद आने लगे है-
15 JAN 2024 AT 23:55
Maturity is when you realise
Matlab hai to Zikar hai
Warna Kisiko Kaha Kisi Ki Fikar Hai"-
13 JAN 2024 AT 23:35
गौर से देखना अपने अपनो को
जिन्हे आप अपने कहते
वो भी पहले अपने सोचते है-
22 NOV 2023 AT 21:41
एक दोस्त है जिससे अब बात नही होती
वो जैसे हुए करती थी उसके साथ रात
वैसी रात नहीं होती
अब लगता है सही कहता है सब
की हर खास दोस्ती उमर भर का साथ नही होती-
14 OCT 2023 AT 21:38
हमने भी अब बेवजह मैसेज करना
छोड़ दिया है कोई अपने समझते ही
नहीं तो परेशान क्यों करना
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