भीड़ बहुत थी पर समझने वाला कोई नहीं था
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कुछ तारीखें जब अपने आप को दोहराती हैं
तो वही एहसास भी अपने साथ दोहराती हैं
एहसास ... 😊-
अगर आप लोगों से अपने बारे में जो अच्छा हो रहा है उसके बारे में बात करते हो, तो कुछ लोग आपसे
आगे क्या बुरा हो सकता है उसके बारे में बात करते हैं
कुछ लोग आपके साथ हंसी ठहाके लगा सकते हैं
पर कितने लोग हैं जो आपकी उस मनोस्थिति को हमेशा बरकरार बनाए देखना चाहते हैं।
Few persons
O
A few persons....
Ya .....khud aap bhi ya aap bhi nhi
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रोज-रोज दाल खाकर🥴
कभी मूंग दाल कभी उड़द दाल
🥺🥺🥺🥺🥺🥺🥺
कभी तुवर दाल कभी मोठ लाल
इसका मोगर कभी उसका मोगर
लड्डू खाओ तो लो दाल
जैसे तैसे रोज परसों खाकर
जिंदगी बच रही है बस बाल बाल
😑🤐😬🙂☺️☹️☹️☹️☹️
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Mujhe kisi ki bhi kdra nahi
Kisi ki feelings ka dhyan nhi rakhti
Bas mujhe gussa karna aata hai
Jab Mera mood hota hai tabhi samne Wale ko MSG karti hu
Janbujhkar call nahi karti friends ko
Har bat me hmesha galati meri hi hoti hai
Baki sabke emotions hai , expectations hai ,dard hai ,kamoshi hai
Mujhe esa kuch feel nahi hota
Mai neutral 😐 hun
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Kam esa Karo
Decision esa lo ki khud jab tum ek vkt bad khud me jhanko to koi guilt na ho
Aaj ka Gyan
🤣🤣🤣🤣🤣-
वह औरत है
किसी फ़ौलाद से कम नहीं
चूड़ी पहनती है पर
चूड़ी में खनक किसी से कम नहीं
पायल पहनती है
पर पायल की झंकार किसी टंकार से कम नहीं
सब कुछ सह सकती है वह
इतनी ताकत है उसमें
वक्त आने पर तूफान ला दे
इतनी हिम्मत हैं उसमें
वह औरत हैं
किसी फ़ौलाद से कम नहीं
जो कहते हैं
तू ने चूड़ी पहनी हैं
हाथों में मेहंदी लगाई हैं
समझ ले जरा तू भी
मेहंदी चूड़ी किसी कमजोरी की निशानी नहीं
वह हाथ वो ब्रह्मांड हैं
जिसमें तुम साकार रूप लेते हो
वह औरत है
किसी फ़ौलाद से कम नहीं— % &आवाज तुमसे पतली हैं
पर हिम्मत तुमसे भारी हैं
तुम समझते हो कि
हम यह नहीं कर सकते
तो तुम भी समझ लो
तुम भी सब कुछ नहीं कर सकते
तुमने शरीर का बल तौला हैं
हमने भी भावना का बल ओढ़ा हैं
हम कमजोरी की निशानी नहीं
जो तुम्हारे अहंकार की चोट खाए
हम तो वह नारी शक्ति है
जो तुम्हारे अहंकार को नीचे गिराए
— % &नारी हूं
मैं स्वाभिमान हूं
आत्म सम्मान के खातिर
जीता जागता प्रमाण हूं मैं
तुम अहंकार लेकर आओगे
चूर-चूर हो जाओगे
मत भूल कि तुम
मुझसे ही निकला मेरा ही दिया अंशदान हो तुम— % &-
बातें कम हो
पर दिल में रहती हैं
बातें कभी-कभी ही सही
पर जब भी हो
दिल को सुकून देती हैं
मिले तो मंगल ही मंगल
ना मिले तो शुभचिंतक बनती हैं
दोस्ती सिर्फ खयाल रखती हैं
ना ज्यादा उम्मीदें
ना कोई बंधन
एक दूसरे का मान रखती हैं
दोस्ती दिल को बड़ा सुकून देती हैं-