Stay calm and cool..
Coz everyone
Wants to visit a silent shore
Rather than
Visiting them at the time of tide.
As tides might shook the ocean
ANGER can shook you too.
-
सरकारों से मदद की गुहार लगाई जा रही है।
बीस लाख करोड़ की रकम
चार किश्तों में समझाई जा रही है।
एक मां आज फिर ये कहते हुए रो पड़ी,
वो बेटा मेरा अब तक घर नहीं आया,
जिसकी फ़ोटो न्यूज़ चैनलों पर
चार दिन से आ रही है।-
इरादे का कोई कितना ही पक्का हो,
हंसी में फिक्र कहाँ छुपाई जाती है,
जो गुरबत में है,
ये तो वो ही जानता है
बिस्तर पे चादर
अकेले कैसे बिछाई जाती है ।
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बेवक्त, बेपरवाह
तुम जो चले आते हो।
हमको ये मिज़ाज़ मोहब्बत सा लगता है।
तुम्हारा बताकर जाना भी अब तो
न जाने क्यों हमको आफत सा लगता है।
यूँ तो शफाकत को मेरी तुम शरारत कह देते हो।
मुझे तो तुम्हारा फरेब भी शराफत सा लगता है।
#sporiginals
#pen_and_pepper-
बहुत मर्तबा पहुंच कर देखा है मैंने उस कामयाबी की मंज़िल तक ।
हर दफा कमबख़्त कुछ और दूर लगती है |
जब मिल जाती है मन्ज़िल कुछ दूर चलने के बाद
वो मील का पत्थर लगती है।
#sporiginals
#pen_and_pepper-
तुम्हें लगता होगा ये आसान
ये इतना आसान होता नहीं है|
महज़ आँखे बंद करता है वो
कोट पैंट वाला नौकर
चैन से कभी
वो सोता नहीं है ||
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कि दूर कहीं आतंकवादी
अब कैसी चर्चा करते हैं
कुछ कहते हैं बंदूकें लो
कुछ बम से बस्ते भरते हैं
करने की हमला भारत पर
कुछ ऐसी मंशा रखते हैं
इसी बीच वो जब अपना टीवी ऑन करते हैं
जब अखबारों में भारत के बुलंदशहर जैसी खबरें पढ़ते हैं|
छोड़ छाड़ के सारे बम बस्ते
कुछ हंसी ठिठोली करते हैं
कहते हैं बम की ज़रूरत क्या
चारे से बस्ते भरते हैं
काट के गाय भैंसे इन मूर्खों को लड़वा देंगे
हम क्या लगाएंगे इनके देश में आग
ये खुद अपने घर जला देंगे
ये खुद अपने घर जला देंगे ||
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कि दूर कहीं आतंकवादी
अब कैसी चर्चा करते हैं
कुछ कहते हैं बंदूकें लो
कुछ बम से बस्ते भरते हैं
करने की हमला भारत पर
कुछ ऐसी मंशा रखते हैं
इसी बीच वो जब अपना टीवी ऑन करते हैं
जब अखबारों में भारत के बुलंदशहर जैसी खबरें पढ़ते हैं|
छोड़ छाड़ के सारे बम बस्ते
कुछ हंसी ठिठोली करते हैं
कहते हैं बम की ज़रूरत क्या
चारे से बस्ते भरते हैं
काट के गाय भैंसे इन मूर्खों को लड़वा देंगे
हम क्या लगाएंगे इनके देश में आग
ये खुद अपने घर जला देंगे
ये खुद अपने घर जला देंगे ||
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