बस असर इतना हुआ कि अब चहरे पर वो हंसी ही नहीं आती ।
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Instagram: Sidharthchhajed
◆ शायद मुझे कभी ... read more
खत लिख लिख कर जला रहा हूं मैं,
तुझ तक तो खत पहुंचते नहीं मेरे,
धुएं के साथ अपनी बात पहुंचा रहा हूं मैं,
तुझ तक मेरी बात पहुंचाने,
ये हवाऐं महनताने में मेरी सांसे मांग रही है ,
सुन लो ना मेरी बातें ,
ये हवाऐं मेरी थोड़ी थोड़ी जान मांग रही है ।-
है
की जो अब तुझसे सामना हो,
तो गले ना लगाने का कोई बहाना ना हो ।-
कम हो गई है,
उसके किसी और के होने की
बात सुनकर आंखें नम हो गई है,
लिखूं भी तो कैसे अब
मेरी कलम में उसके नाम की
स्याही कम हो गई है ।-
खुद से भी ज्यादा मुझे उसकी परवाह रहती है,
जो अगर रती भर भी उसे महसूस होता,
तो साहब कतरे सा इश्क समंदर होता ।-
गले नहीं मिलता वो शख्स नाजाने क्यू ही घबराता है,
उसे इश्क है किसी और से , गले ना लग कर वो खुद को ये समझाता है ।-
अपने लबों पर लाना चाहता हूं ,
छुपाकर अपनी ग़ज़ल में, एक नज़्म पढ़ना चाहता हूं,
पूरा शेर पड़ कर सिर्फ तुम्हारा नाम होठों पर ठहरने देना चाहता हूं,
पागल सा शायर हूं देखो कुछ तो भी चाहता हूं ।-
जब मुझे किसी से इश्क हो जाता है,
या तो वो शख्स किसी और का होकर आता है,
या फिर किसी और का हो जाता है ।-
पल भर के लिए भी बात करने को जो तरसता हूँ मैं,
जो हमेशा के लिए हो जाओ मेरी तो सुकूँ सा आ जाए।-
तेरा किसी ओर का हो जाना जानते हुए भी,
याद तो हर रोज आती है पर,
कभी कभी इतनी शिद्दत से याद आती है कि,
मै पलक मिलाता हूँ और आंख से बूँद टपक जाती है ।-