मोहब्बत को मेरी शरारत मत समझो,
और शरारत को मेरी मोहब्बत मत समझो,
किसी दोस्त को भाई, बहन, यार समझो,
मगर किसी दोस्त की दोस्ती को प्यार मत समझो.-
संबंधी तो बहुत होते है लेकिन कोई अपना नहीं,
अब सुखी परिवार जैसा किसीका सपना नहीं,
बेटी के शादी के लिए काफी मोटी रक्कम जुटाई,
पर दुनिया रीत है शादी के बेटी की होती है बिदाई,
बेटे के शादी में तो पूरी दौलत ही लुटाई,
तो शादी के बाद देखी बेटेकी मां बाप से जुदाई,
देखे है मैने कई बूढ़े लोग करते हुए मेहनत श्रम,
तो कही औलाद जिंदा है फिर भी मां बाप रहते है वृद्धाश्रम,
जिसकी ऊंगली पकड़ आपको चलना सिखाया,
उसी मां बाप को तुमने घर के बाहर रास्ता दिखाया,
संबंधी तो बहुत होते है लेकिन कोई अपना नहीं,
अब सुखी परिवार जैसा किसीका सपना नहीं..-
क्या सपनों का ख़ूबसूरत सफर है,
साथ में हमसफ़र हैं,
मेरी हर ख़ुशी उसको नजर है,
हा ये उसके प्यार का ही असर हैं..-
ये ख़ुदा कोई हमें बतलाए कैसे करे सनम की ख़िदमत,
अब ना है उसे हमसे मोहब्बत और ना ही है कोई चाहत,
सजदे करते करते यार के नाम से थक गए मगर यार न मिला,
तेरे चौखट पे झोली फैलाए रुक गए मगर सच्चा प्यार न मिला..-
ज़िंदगी रोज़ नई नई कहानिया बुनती है,
हर दिन हमारे लिए नया किरदार चुनतीं है-
लोग इक पल मे रिश्ते बदलते है,
चेहरे पे रोना अंदर से खुश हो रहे होते है,
हमने देखा है जालिम ए दुनिया का ‘’सिद्धांत’’,
यहा अपने ही अपनो के नही होते है…-
🌺गुरुपौर्णिमा🌺
आयुष्यभर जो आपल्या घरासाठी कष्ट करतो
ज्याला कधी येताना पहिला नाही ताप,
असा आपला गुरु म्हणजे आपला बाप,
कधी घरातल्यांसाठी तर कधी घर चालविण्यासाठी
जिने आयुष्यभर फक्त कष्ट केले पण मुलानंच्या संगोपनात नाही केली दिरंगाई,
अशी आपली गुरु म्हणजे आपली आई,
ज्यामुळे होतंय आपल्या आयुष्याचे रक्षण
ते सर्वश्रेष्ठ गुरु म्हणजे शिक्षण.
आणि ते शिक्षण आपल्याला देणारे शिक्षणाचे रक्षक
म्हणजेच आपले गुरु आपले शिक्षक.-
आप उसकी ना सुनो तो नफ़रत,
उसकीही बस सुनो तो मोहबत्त,
वो आपके ऊपर हँसे तो मस्ती,
आप उसपे हँसे तो कुश्ती,
वो आपका फ़ोन चेक करे तो सच्ची चाहत,
आप उसका फ़ोन देखे तो आपकी झूठी नियत,
वो सबके सामने कुछ बोले तो शरारत,
आप सबके सामने बोलो तो आफ़त..-
ज़िंदगी की कश्ती में एक दोस्त ऐसा हो,
जो हर मुश्किल में साथ खड़ा हो,
चाहे किसीसे भी पाला पड़ा हो,
जो कहे तू लड़ मैं कपड़े संभालने वाला हूँ
मगर झगड़ों में पहला वार उसने ही झेला हो,
पारिवारिक समस्या में जो परिवार का हिस्सा बनके साथ खड़ा हो,
हमारे मरने के बाद सब फ़ूल हार लेके आए और
एक वो हमारी पसंदीदा चीज़ लेके आँखो में आंसू लिए खड़ा हो.-
बस लेते रहते है उनका नाम
उनके बिना गुजर जाती है ख़ाली ख़ाली शाम,
कुछ तो ख़ास बात है उनमे
यूँही ऐसा होता नहीं के चढ़ते नहीं है जाम,
उनकी चाहत के अलावा अब नहीं है हमे कोई काम
उनके सिवा किसी और को चाहना अब है हराम,
अब उनके नज़र में रहना नहीं है आम
पूछे कोई तो बताते है उनका नाम,
शायद मेरे दिल का हो गया है काम तमाम
उनके बिना गुजर जाती है ख़ाली ख़ाली शाम.-