आत्मीय सम्बन्धों में,
लिंग भेद नहीं होता,
क्योंकि आत्मा न,
स्त्रीलिंग है न पुल्लिंग.!
ये लिंगभेद का आवरण,
नश्वर है नाशवान है..!
आत्मीय सम्बन्ध,प्रेम ही..
शाश्वत है अविनाशी है..!
आत्म तत्व की सदृश!!
अजर है अमर है
सिद्धार्थ मिश्र- स्वतंत्र
19 DEC 2018 AT 11:23