त्रिवेणी - ''अनकही दास्तान''
'' तुमसे मिलकर जाना , प्यार की कशिश, तड़प और तिश्नगी ,
कि बिना प्यार के जिंदगी , सूखी बंजर ज़मीन से अधिक कुछ भी नहीं ,
कि तुम इस अनकही दास्तान का सबसे खूबसूरत अहसास हो ''
- डॉ. श्याम 'अनन्त'- Dr. Shyam 'Anant'
7 DEC 2021 AT 23:28