मौत मिले मुझको तुझे जहां की खुशियां नसीब हो मेरे रूह में बसने वाले तुझ पर रब की रहमत हो
करना त भी सजदा उस खुदा का जब तेरे दिल पर किसी के यादों की बरक्कत हो.
चाहता नहीं कोई तुझे यह तेरी न फरमानी है, तुझको चाहे कोई खुद से भी ऐसी तेरी जरूरत हो.
मैं नहीं कहता कि तू रुक जा किसी एक ठिकाने पर जा तू जा जहां जहां तेरे नसीब में लिखी एक एक मन्नत हो ।-
❤”Don’t trust fastly”
❤”Don’t expect too high”
❤”Because it hurts”
❤”Love... read more
Tumko pta bhi hai Yeh dil kitne jhokho ko jheela h
Jisne bhi dekha mujhko Sbne mujhko mere haal me toda hal
kissi ki himmat na hui Mujhko gale lagane ki
Maine bhi koshish. Nhi ki khud ko manane ki
Ab to jaisa hu Ussi me pada hu
Zinda hu mgr ussi ki yaadon me PDA hu-
Kuch mt pucho haal mera Mai hara hu khud se
Tum kya bolti ho pta nhi Mai to apne dukh se hara hu
Ab pta nhi kyu man nhi Igta Jeene me
Kitna bikhara hu or na Jane kitna kismal k mara hu,,,,-
kitna hai or kitna or krunga Yeh baat koi mujhse ab na puche
Jao jao or ja kr keh do usse Wo kl bhi tera tha or kbr me bhi tera hi rahega.
Jana hota to wo mr kr bhi Ja skta tha
Mr ke ruh me tumse miline a skta tha
Ab wo kya smjhega mohabaat or uske waddo ko Jiska imaan hi bik gya kuch Chand paiso khatir...
Na Ek Holi me rang Igaya Na maine ki koi Pooja tere khalir.
Kya sochu ab ki kya hai mera Jo ek paal bhi ruk na saka mere khatir,-
Kro pehle wada dost bnoge
Bn gye agr riste to pehle Mere dil k tum shor bnoge
Krunga shant tumko Apne hotho ke chumban se
Bs ksm khao
Ki iss baar agr choda to Mujhko sirf meri kabr pr milloge
milloge-
तामील अगर मिली उसके आगोश की
देखना वो दिल हमेशा आबाद रहेगा,
हो चाहे निकाह उसका किसी फरेबी से
ये दिल सदा उसी के पास रहेगा ,
पता नही कुछ उनके इरादों की मुफलाफिसियो का
यू तो कहते है वो दिल को अपना
कल का क्या पता इरादा ये रहेगा या नहीं रहेगा।-
इंसानों को वक्त पर प्रेम का चुनाव कर लेना चाहिए,
नहीं तो वक्त आपको जिंदगी में अकेला
रिश्तों में आपको किसी और का मामा बना देता है ।-
उम्मीदें भी न
इंसानों की खोखली दीवारों के जैसी होती है,
जरा सी मतलब की आंधी चली नहीं की
गिर कर बिखर जाती है ।-
रहती हैं आकर कमरे में मेरे
यादों के किस्सों में कई राज अभी बाकी है ,
लगातार आने वाली हिचकियों से
उसके नाम का निकलना अभी बाकी है ,
पता नहीं वो कहां , कब और कैसी होगी
बरसात के इस मौसम में
उनकी झलक की एक फरमाइश अभी बाकी है ,
यू तो नाचे है कई दफा साथ में
सावन के झूलों पर तो कभी फूलों के सेजों पर
तेरे केशों को सुलझाना अभी बाकी है ।-
ले लो जनाब तुम डिग्रियां कई सारी
इम्तिहान तुम्हारा ये वक्त की घड़ियां करेंगी,
लिखें होंगे तुमने पन्ने कई सारे
देखना वक्त के किस्सों पर तुम कितना अमल कर पाओगे,
जीत लेना अगर तुम वक्त के फासलों को
तब से दुनिया भी तेरा शुक्रगुजार करेगी,
मत मांग तू खुदा से बरकात हे अली
देखना तेरे किरदार का इंसाफ
वो वक्त की घड़ियां समय पर करेंगी।
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