दिल के तार कब के टूट गए मेरी जान
तेरी झूठी मोहब्बत के चर्चें बहुत थे
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❣️❣️❣️❣️❣️
Born- 16 Dec
एक झलक क्या देख ली तेरी मैंने
आंखों ने पानी झलकाना शुरू कर दिया
उफ्फ ये सच्ची मोहब्बत😂😂-
गुस्सा कब का निकाल दिया मेरी जान
मगर आहिस्ता आहिस्ता तुम भी निकल गए-
तुम्हारा पास न होना अब मुझे चुभता नही है
ख्वाब देखूं भी तेरा तो दिखता नही है
कोशिशें करती हूँ दिन-रात तुम्हें भूलने की
कमबख्त दिल है कि सुनता नही है-
मैंने दुवा भेजी थी तुझे
सुनने में आया है कि
बदले में तुमने बद्दुआ भेजी है-
जीवन जीने की कला उनसे सीखो जनाब
जिनके खाने को हाथ नही, चलने को पैर नहीं
जिनके सपने तो है लेकिन पूरा करने के लिये जेब नहीं
जीवन को खत्म करने की फिर भी उनमें अभिलाषा नही
जीवन जीने के जज्बातों को बुलंद किये मन में
हौसलों से परिपूर्ण ये लोग
परिपूर्ण व्यक्ति को भी मात दे जाते है
क्योंकि जीवन जीने की कला में
वो अपने हौसलों से बदलाव ले आते है
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मैनु रब नाल शिकायत है
कि बेटी की जिंदगी नाल इन्ना
"दुःख क्यूँ लिखा"-
माँ होके बेटे को संभाल न पाई
बहु से फिर क्यों कहो तुम्हारी माँ ने
"क्या शिखाया तुम्हें"
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