उसने ऐसी खुदगर्जी करी
कि ना सोचा था मैंने खयालों में,
उसने ऐसी खुदगर्जी करी
कि ना सोचा था मेने खयालों में,
अरे मेने तो वफ़ा करी थी उससे
कि मेने वफ़ा करी थी उससे,
लेकिन उसने तो बेवफा बना दिया मुझे हजारों में।-
किसी को किसी के साथ की उम्मीद नहीं लगाना है
हर पल का दुख खुद को ही संभालना है,
अगर साथ मिल भी गया तो ये ना भूलना
अकेले आये हो तो अकेले ही जाना है।-
टूटे दिल के दर्द हज़ार...💔
कोशिश करती हूँ मैं हर बार
तुझे, तेरी यादों को भुलाने में,
पर नाकाम हो जाती हूँ हमेशा
इस टूटे दिल के दर्द हज़ार छुपाने में।
हर आँसू गवाही देता
तेरे मेरे रिश्ते की,
पर क्या फायदा इन सब का
जब कच्ची बंधी हो डोरी ही।
काँच जैसा दिल था मेरा
तुमने तो तोड़ दिया,
टुकड़े हो गए हज़ार उसके
और उनको तुमने बिखेर दिया।
अपना हर दर्द छुपा लिया करना
सबसे अपना गम बचा लिया करना,
अगर कोई कहे ना कि आसान होती है मोहब्बत
तो जाके उनको मेरा टूटा दिल दिखा दिया करना।
दिल दुखा है पर दुख किसी को बता नहीं सकती
आँसू है आँखों में पर किसी को दिखा नहीं सकती,
दिल के टुकड़े हो गए हैं हज़ार
पर उन्हें समेट कर वापस जुड़ा नहीं सकती।
वापस जुड़ा नहीं सकती।।।।-
हमसे बहुत दूर होकर
वो आज हमारे पास आए हैं,
बीते कल की बातों का
वो फरमान लेकर आए हैं,
आँसू तो कब के पोछ लिए थे हमने
पर वापस ज़िंदगी खराब करके
वो वापस रूलाने आए हैं|-
Periods (महावरी)
ये कोई कविता नही
एक लड़की की कहानी है,
मौत को छू के आती हर महीने
के 7 दिनों की मेहरबानी है।
ना मंदिर में ना रसोई में
क्यों अपवित्र उसे बना देते,
चंद खून की बूँदें
हालत उसकी गिरा देते।
दाग लग जाए अगर कपड़े में उसके
सब लोग उसका मज़ाक बनाते,
भूल जाते सब ये चीज़
महावरी ही वंश को आगे बढ़ाते।
क्यों छुपाते इसको सब
क्यों शर्म है सबको आती,
खुदा ने दी है ये चीज़
तो हर लड़की इसे खुशी से अपनाती।
लड़कियों की ज़िंदगी आसान नही है
ये 7 दिन कोई आम नही है,
मर मर के जो जीती वो दिन
तो उसकी ज़िंदगी में कोई आराम नही है।
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क्या प्यार के भी 35 टुकड़े होते हैं?
सुना तो था बहुत कुछ,
प्यार के लिए सब अंधे होते हैं
पर अब एक सवाल मन में है
क्या प्यार के भी 35 टुकड़े होते हैं?
मैंने भी सोचा था,
मुझे भी किसी से प्यार हो जाएगा
पर डर सा लगने लगा है अब
क्या मेरे प्यार को भी काटा जाएगा?
दुनिया से लड़ कर आई थी वो,
कुछ तो कदर कर लिया होता
एक लड़की को काटने से पहले,
थोड़ी तो रहम कर लिया होता।
क्या गलती थी उसकी,
बस अपने रिश्ते को समझा था खास
35 टुकड़ों में कट गया,
उस लड़की का विश्वास।
क्या बीती होगी उस माँ बाप पे,
जब अपनी बेटी के टुकड़े देखे होंगे
जो सर का ताज हुआ करती थी,
आज उसका सर कटा देख रोए होंगे।
देखे हैं मैंने भी लोग,
जो प्यार में पागल होते हैं
पर एक सवाल करूँ मैं सबसे,
क्या प्यार के भी 35 टुकड़े होते हैं?
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आज मेरी मुट्ठी में गुलाब आ गया,
उसे देखते से ही मुझे तेरा ख्याल आ गया,
कि खुदा ने कुछ सोच के ही भेजा होगा
तुझे मेरे लिए,
तभी तो तेरे आने से मेरी ज़िंदगी में
अच्छा वक़्त आ गया।-
सुकून की तलाश में हर जगह भटकती हूँ मैं,
कभी लोगों में तो कभी अकेले में उसे ढूंढती हूँ मैं,
हकीकत में तो कभी सुकून मिलता नहीं,
पर ख्वाबों में उसको पाने के लिए हमेशा लड़ती हूँ मैं।-
फर्क इससे नहीं पढ़ता कि
कौन तुम्हारी कितनी फिक्र करता है,
फर्क इससे पढ़ता है,
जो तुम्हारे सामने है, वही तुम्हारे पीछे भी हो।-
सबका साथ छोड़ दो अब,
क्योंकि तुम इस दुनिया से अकेले ही
जाने वाले हो।-