जब पत्तो को डाल से टूटते देखा ,
तब कम्बख़त बिखरने की लाज़वाबी का इल्म हुआ।-
@the_obsess03
उसूल तो बहुत है जिंदगी जीने के,
पर पतंग जब डोर से टूटती हैं,
असल में तब हवा के साथ उड़ती हैं।-
वक़्त के कशमकश में आज आजमाइश है मेरी,
नक़ाब में मैं हूं और खुद से ही लड़ाई है मेरी।-
दिल मसरूफ रहता है ख़यालो में उनके,
और जुबा है कि कुछ कहती ही नहीं।-
Just sitting and looking at,
Someone or something bring peace to my heart,
But...
The restiveness was driving me a little fast.
I wanna stay or wanted to take a pause!
Just then,
Looking at the calendar,
Found...
It was an another year that passed by this fast.-
ठान लो तो तुम आग हो।
जीवन के संचालन का आधार हो।
तुम दुर्गा हो और काली भी तुम ही हो ,
कृष्ण की राधा बन झूमती भी तुम हो और द्रोपद्दी के श्राप की गूंज भी तुम ही।
तुम श्रृंगार हो प्रक्रति के रूप में पार्वती का अवतार हो,
तुम नारी ही नही जीवन का आधार हो।-
You may accept all the flaws in them but when it comes to you they are always there to correct you.
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मालूम है हमे कि
ये मुमकिन नहीं है पर
चाहत नामुम्किन की ही है हमें।-
हमे चाहत नहीं कि कोई हमसे
खुद को भुला कर मिले..
हम तो बस इतना चाहते है कि
वो जब भी हमसे मिले
उन्हें हमारे सिवा और कुछ याद न रहे।-