अगर सभी आपकी तारीफ़ कर रहे हैं तो ज्यादा खुश मत होइए..... यकीनन आपने जिंदगी में बहुत सी कायरता कर रखी है.....
°°°°श्वेता पांडेय°°°°-
झुर्रियों में छिपी होती है
अनगिनत किस्से,
कुछ कहानियां
कई तपती दुपहरिया
ठिठुरती रातें,,,
प्यार दुलार
तनाव, असफलताएं
आकांक्षा, इच्छाएं, दुत्कार
क्रोध, आंसू, सबक
बेशकीमती होती है
तो चलना जब भी इनके साथ
अगली बार इन्हें छुपा के नहीं
सजा के चलना.....
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उम्मीद तो नहीं है
पर कमबख्त,
ये उम्मीद छूटती भी तो नहीं है....
इसलिए इंतजार रहेगा,
की ये उम्मीद कभी तो पूरी हो....
**श्वेता पाण्डेय**-
जो लोग कहते हैं कि भूत और भविष्य की चिंता नहीं करनी चाहिए वह बिल्कुल गलत कहते हैं हम पीछे मुड़कर देखते हैं ताकि यह समझ सके कि हमने क्या क्या गलतियां की हैं और आगे उस गलती को दोहराए नहीं
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छद्म वेश,
नित नये रूप में
सज्जनता का स्वांग रचे
मिलते हैं नकली चेहरे
मानवता का हरण किये....
..Shweta..-
वह सिर्फ मां ही होती है जो रोज हमारे लिए दुआ करती है,,
हर सुबह अखबार में हमारा राशिफल पढ़ा करती है....
कर देती सिलाई फटे बिखरे रिश्तो की सिलाई चुपके से,,
पीरो देती है फिर से एक माला...
नजर दूर की खराब हो या पास की...
फिर भी देख लेती है सूखे होंठ और आंखों की बेचैनियां
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माफ कर दो उन्हें जो तुम्हारे प्यार का जवाब प्यार से नहीं दे सके और माफ कर दो उन्हें भी जो हर पल तुम्हारे रास्ते में कांटे बिछाते रहते हैं यह माफी ़ सिर्फ हम उन लोगों के लिए नहीं खुद के लिए देते हैं...ताकि आप एक गहरी सांस लेकर खुले आसमान में उड़ सके बिना किसी बोझ के,,दूर तक.....
Shweta Pandey-