Shweta Agarwal   (Shweta Agarwal)
33 Followers · 45 Following

Joined 24 August 2023


Joined 24 August 2023
15 JUN AT 16:10

हर समस्या का समाधान है पापा।
हर उलझन की सुलझन है पापा।
"और क्या नया पुराना?"
पूछकर हर पल की......
संभाल लेने वाली धार है पापा।
जब कभी डगमगाऊॅं,
जब कभी लड़खड़ाऊॅं,
सही राह दिखाती पतवार है पापा।
संघर्षों में भी खिली रही जो
वह अमिट मुस्कान है पापा।
जो ना हो कभी हताश,
जो ना हो कभी निराश,
हौसले की ऐसी मिसाल है पापा।
हमारे जीवन का सार है पापा।
हमारा संपूर्ण आकाश है पापा।
हमारे जीवन का वरदान है पापा।

-


9 JUN AT 8:49

मुश्किल तो यह है कि हम अभी तक ये नहीं समझ पाए कि ज्यादा मुश्किल क्या है.....
खुद खुश रहना या दूसरों को खुश रखना???
-श्वेता अग्रवाल

-


1 JUN AT 18:38

शुरू करने से शुरुआत होती है सोचने से सिर्फ बात होती है

-


10 MAY AT 20:01

इश्क तो इबादत है, मेरी जान
यह बताने नहीं, निभाने की चीज है

-


9 MAY AT 17:38

ऑपरेशन सिंदूर तो मात्र एक झांकी है।
अभी तो आर-पार की लड़ाई बाकी है।
क्या सोचा था तुमने निर्दोष हिंदुओं को मौत की नींद सुलाकर तुम चैन की नींद सो जाओगे?
क्या सोचा था तुमने हमारी माॅं बहनों का सिंदूर
मिटा कर तुम खुशियों के दीप जलाओगे?
क्या सोचा था तुमने मासूम बच्चों का बचपन उजाड़कर तुम अपना आशियाना सजाओगे?
क्या सोचा था तुने इस कायराना हरकत केबाद तुम हिंद और हिंद वासियों से बच जाओगे?
चाहे कर लो तुम लोग कितना भी जोरोजतन,
हमारे जज्बे की आग से तुम न बच पाओगे।
चाहे छुप लो तुम दुनिया के किसी भी कोने में
हमारी निगाहों से ना खुद को बचा पाओगे।
कायर,तुने छुपकर मारा है, हम घुसकर मारेंगे।
तेरे टेरर केम्पस में ही तेरी चिता सजाऍंगे।
गिन-गिन कर लेंगे हम हर एक ऑंसू का हिसाब।
जबतक ना करेंगे तुझे नेस्तनाबूद चैन ना पाऍंगे।


                                        -श्वेता अग्रवाल

-


2 MAY AT 22:26

जिसे जो कहना है कह लो
कुछ नहीं है कहना मुझको
कहने सुनने में निकाल दी
पूरी जिंदगानी मैंने बेमतलब
अब नहीं कुछ कहना मुझको
अब नहीं कुछ सुनना मुझको
अब तो बस करना है मुझको
फलक तक पहुंचना है मुझको

-


26 APR AT 21:31

तेरे अक्स को नैनों में बसाकर
तेरी यादों का तकिया बनाकर
तेरी खुशबू को खुद में समाकर
तेरे एहसासों का लिहाफ ओढ़कर
हम तो तेरे सपनों में खोए थे
तभी पायल छनकाती तुम आई
मेरे प्यासे लबों पर अपने लब रख
मुझमें समाई.........................
मेरे ख्वाब से निकल मेरी बाहों में मुस्काई।।
                                   

-


26 APR AT 21:02

तेरी उल्फत में दीवानी, मस्तानी हो गई
तू मेरा श्याम, मैं तेरी राधा रानी हो गई

-


26 APR AT 20:52

खुद को खुश रखना सबसे बड़ी कला है, जिसे ये कला आ गई वह दुनिया की हर जंग जीत सकता है।

-


24 APR AT 18:35

टूट गई चूड़ियाॅं, बिखर गया सिंदूर
उजड़ गई गोद, बिलख गया बचपन
छूट गया अपनों से अपनों का साथ
मासूम सैलानियों के खून से रंग गई
पहलगाम की सफेद बर्फ की चादर।
Fullpiece in the caption

-


Fetching Shweta Agarwal Quotes