हम फिर से लौटेंगे,
अभी शपथ अधूरी है,
अन्नदाता को जिसने छला है,
उनसे आखिरी भिड़ंत जरूरी है,
ये सूर्योदय से पहले का अँधियारा है,
भोर की तपीश अभी बाकी है।।-
लिखना फितरत है मेरी।।
Follow kre ya n kre par mere kavitayon ,mere shayriyon ko... read more
मुझे पढ़ने वाले को इतना बता दूं मैं,
वो अभी तक कोरा कागज़ ही पढ़ रहे थे,
जैसा लिखा उन्होंने वैसा मिला मैं उनको।।-
It's a Myth that whoever wants to stay with you or not,it happens automatically.
The truth is that who is living with you and not, it's upto u only....-
कुछ नही बस आकर इज़हारे ईश्क़ कर दो,
घर मैंने बना रखा हैं,
बस दिल मे आकर उसे अपना कर लो।-
मैं द्रोपदी का चीर हूँ,
सुभद्रा का मान हूँ,
मैं कृष्ण "राखी" का सम्मान हूँ।।-
N attach ho
N detach ho
Bas kuch farz
Bas kuch karz
Nibhaye ja rhe ho
Nibhaye ja rhe ho
N kisi se mtlv hai
Pr sbki umeed tmhi ho
Ye kaunsi zindgi tm
Jeye ja rhe ho
Bas jeye ja rhe ho...-
जब तक बादल है,
जब तक नदी है,
जब तक समुद्र है,
बून्द हमेशा रहेगी,
अस्तित्व को कोई नकार नही सकता,
सत्य को कोई दुत्कार नही सकता...-
मैं संग भी नही तेरे,
मैं दूर भी नही तुमसे,
तुम जब भी याद करोगी,
सिर्फ मुझे ही पाओगी,
विश्वास नही तो पूछ लो दिल से...-
मैं कोई दूत तो नही,
मैं कोई नबी भी नही,
मैं सारथी जरूर हूँ,
पहचान सको तो पहचान लो....-
लो आज एक और किताब अधूरी छोड़ी,
लो आज एक कलम को फिर से रोका,
लो आज एक शुरुवात का फिर से अंत न हुआ,
लो आज पूर्णिमा पे अमावस भारी पड़ गया,
लो आज फिर से मैं हार गया,
लो आज फिर से मैं हार गया।।-