Shubhangi Mamta Kushwaha   (कली 🥀)
191 Followers · 46 Following

read more
Joined 31 December 2017


read more
Joined 31 December 2017
16 JAN 2020 AT 14:12

वो जो चांद की बातें करते हैं
"चकोर" काली बिंदी पे मरते हैं

-


3 FEB 2020 AT 19:26

Shevi Or Vedh.. ♥️

-


17 JAN 2020 AT 14:47

मैं जो रूठूं तो झट ही मान जाऊं
मसअला तो सारा इस मन का है ।।

-


16 JAN 2020 AT 0:55

शुक्र है मैंने अपने हिस्से की आखरी कोशिश भी कर ली
अब तुम्हारे आने ना आने से कोई फर्क नहीं पड़ता।।

-


14 JAN 2020 AT 8:54

(अधर -Lower lip, सँवर -याद)

मुस्कुराकर बाहों में भर लेता है
चुम कर माथा मेरी खबर लेता है

नखरों को मेरे सर पर उठाकर
झट से मुझे अपना कर लेता है

कितनी खूबसूरत बातें हैं उसकी
जुबां पे मेरी अपना घर कर लेता है

सोचकर अकेले में शर्माती हूं मैं
वो लबों पर मेरे अधर धर लेता है

पकड़ कर हाथ दिल पर रखता है
वो मेरी सारी परेशानियां हर लेता है

जब भी तन्हाईयाँ आकर घेरे कभी,
बनकर काजल आंखों में सँवर लेता है।

कहाँ जाए किस डाल पर ये "पाखी"
वो चांद मुझे "चकोर" कर लेता है।

-


13 JAN 2020 AT 19:12

अब दिल नहीं करता किसी से दिल से बात करने का
लोग अक्सर दिल में आकर दिल को तोड़ जाते हैं।।

-


12 JAN 2020 AT 17:16

तुम्हारा ख्याल आता है
मुस्कराहट खुद-ब-खुद आ जाती है

-


11 JAN 2020 AT 15:11

रिश्ता कुछ यूं भी निभाया गया,
बेहद करीब आकर दूर जाया गया,

इश्क़ विश्क मोहब्बत क्या चीज़ है,
कहकर प्यार को कहीं दफनाया गया,

तुम नहीं हो ये भी अब ठीक है,
होते हुए भी तो दिल को दुखाया गया,

जाने को तो यूं कह दिया तुमने,
जैसे ना चाहते हुए हक जताया गया,

हिज़्र में अब रोना-धोना फिजूल है,
पास थे तब कौनसा मुस्कुराया गया।।

-


10 JAN 2020 AT 20:07

तुम्हें नहीं लगता, अब तुम्हें लौट आना चाहिए।।

-


10 JAN 2020 AT 18:11

जिसके लिए तुम रोते रहे इस कदर
क्या कभी उसे थी तुम्हारी कदर

-


Fetching Shubhangi Mamta Kushwaha Quotes