वो जो चांद की बातें करते हैं
"चकोर" काली बिंदी पे मरते हैं-
Shy typ of person don't have ego problem but I love my self respect..😊... read more
मेरी प्रीत सुधा सी ही होती
मगर तुम्हें भी तो चन्दर होना था।।
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मैं जो रूठूं तो झट ही मान जाऊं
मसअला तो सारा इस मन का है ।।-
शुक्र है मैंने अपने हिस्से की आखरी कोशिश भी कर ली
अब तुम्हारे आने ना आने से कोई फर्क नहीं पड़ता।।-
(अधर -Lower lip, सँवर -याद)
मुस्कुराकर बाहों में भर लेता है
चुम कर माथा मेरी खबर लेता है
नखरों को मेरे सर पर उठाकर
झट से मुझे अपना कर लेता है
कितनी खूबसूरत बातें हैं उसकी
जुबां पे मेरी अपना घर कर लेता है
सोचकर अकेले में शर्माती हूं मैं
वो लबों पर मेरे अधर धर लेता है
पकड़ कर हाथ दिल पर रखता है
वो मेरी सारी परेशानियां हर लेता है
जब भी तन्हाईयाँ आकर घेरे कभी,
बनकर काजल आंखों में सँवर लेता है।
कहाँ जाए किस डाल पर ये "पाखी"
वो चांद मुझे "चकोर" कर लेता है।
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अब दिल नहीं करता किसी से दिल से बात करने का
लोग अक्सर दिल में आकर दिल को तोड़ जाते हैं।।
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रिश्ता कुछ यूं भी निभाया गया,
बेहद करीब आकर दूर जाया गया,
इश्क़ विश्क मोहब्बत क्या चीज़ है,
कहकर प्यार को कहीं दफनाया गया,
तुम नहीं हो ये भी अब ठीक है,
होते हुए भी तो दिल को दुखाया गया,
जाने को तो यूं कह दिया तुमने,
जैसे ना चाहते हुए हक जताया गया,
हिज़्र में अब रोना-धोना फिजूल है,
पास थे तब कौनसा मुस्कुराया गया।।-